UP: इटावा सफारी पार्क में तेंदुए की दहशत से मिली राहत, बाउंड्री के पास मिले पैर के निशान
इटावा सफारी पार्क में घुसे तेंदुए की दहशत से सफारी प्रशासन को राहत मिली है. 8 मई को सफारी रेंजर को सफारी की बाउंड्री के पास बने नाले की दीवार पर गश्त के दौरान तेंदुए के पग चिन्ह के निशान मिले हैं.
Etawah News: यूपी के इटावा सफारी पार्क में घुसे तेंदुए की दहशत से सफारी प्रशासन को राहत मिली है. 8 मई को सफारी रेंजर को सफारी की बाउंड्री के पास बने नाले की दीवार पर गश्त के दौरान तेंदुए के पग चिन्ह के निशान मिले हैं. जिससे माना जा रहा है कि तेंदुआ दीवार फांद कर जा चुका है. जिसके बाद अभी तक सफारी में तेंदुए की हलचल के कोई निशान या प्रमाण नही मिले हैं. सफारी प्रशासन ने बताया कि अगले 15 दिनों तक गश्त जारी रहेगी.
8 मई को दिखाई दिए थे पग चिन्ह
वी-ओ पिछले एक माह से सफारी में बनी एंटीलोप सफारी में बेशकीमती काले हिरणों की मौत का कारण बने जंगली तेंदुए से सफारी प्रशासन को राहत मिलती दिखाई दे रही है. 26 अप्रैल के बाद से सफारी में जंगल के रास्ते सफारी में घुसे तेंदुए की हलचल का कोई भी प्रमाण या पद चिन्ह सफारी प्रशासन को नहीं मिले हैं. वहीं 8 मई को सफारी की बाउंड्री के पास बने नाले की दीवार पर तेंदुए के पग चिन्ह दिखाई दिए. जिससे यह माना जा रहा है कि तेंदुआ नाले की दीवार फांद कर सफारी के बाहर जा चुका है.
22 अप्रैल को नजर आया तेंदुआ
बता दें कि एक माह पहले सफारी में अचानक काले हिरणों की मौत के मामले सामने आने लगे. हालांकि सफारी प्रशासन के द्वारा बेशकीमती काले हिरण की मौत को पहले तो सामान्य मौत और आपस में लड़ने के कारण हुई मौत बताया लेकिन जब बेशकीमती काले हिरणों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा था तब एंटी लॉक सफारी और बफर जोन में हिरणों के अवशेष पाए गए. तब जाकर सफारी प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए एंटीलोप सफारी के आसपास नाईट विज़न कैमरे लगाए गए जिसमे 22 अप्रेल को सफारी में घुसे तेंदुए की तस्वीर कैमरे में नजर आई.
तेंदुए को बाहर निकालने के लिए बनाई गई टीमें
जिसके बाद सफारी प्रशासन ने तेंदुए को पकड़ने अथवा 350 हेक्टेयर में बनी सफारी के बाहर तेंदुए को निकालने के लिए टीमें बनाकर कई प्रयास किए. तेंदुआ को बाहर भगाने के लिए टीमें बनाकर ढोल नगाड़े बजाए गए. हिरण सफारी के आसपास पिंजरे रखे गए लेकिन तेंदुआ सफारी प्रशासन के पकड़ में नहीं आया. वहीं सफारी रेंजर विनीत सक्सेना ने एबीपी गंगा से इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि सफारी में बने बफर जोन जहां पर 22 अप्रैल को तेंदुआ देखा गया था लेकिन 26 अप्रैल के बाद से तेंदुए की हलचल के कोई भी निशान नहीं पाए गए. फिर भी दो टीमें बनाकर बराबर सर्च ऑपरेशन चलाया गया.
15 दिनों तक गश्त रहेगा जारी
वहीं 8 मई को जब रेंजर विनीत सक्सेना गेस्ट पर थे तब सफारी की बाउंड्री के पास बने नाले की दीवार पर तेंदुए के पद चिन्ह पाए गए जिससे यह लग रहा है कि तेंदुआ नाले की दीवार फांद कर सफारी के बाहर जा चुका है. हालांकि इसके बाद भी 15 दिन तक और गश्त जारी रहेगी. इस बीच अगर कोई और तेंदुए के प्रमाण नहीं मिलते हैं तो यह मान लिया जाएगा कि तेंदुआ सफारी से जा चुका है. फिलहाल पिछले एक माह से सफारी के अंदर तेंदुए को लेकर जो आतंक छाया हुआ था वह अब खत्म होता नजर आ रहा है.
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