नोएडा: धर्मांतरण के लिए कैसे युवाओं का ब्रेनवॉश किया जाता है. युवाओं को धर्म परिवर्तन के लिए राजी किया जाता है. नोएडा में इससे पहले भी युवाओं को धर्मांतरण के लिए ब्रेनवॉश किया गया है. हम आपको धर्मांतरण से जुड़े एक ऐसे ही मामले के बारे में बताने जाने रहे है. नोएडा के फेस 2 थाना क्षेत्र से 2018 में दर्श सक्सेना जिसकी उम्र महज 17 वर्ष थी अचानक वो घर से चला गया. आज तक दर्श घर लौटकर नहीं आया है. लेकिन, जब उसकी मां ने उसका फेसबुक और व्हाट्सएप चेक किया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. दरअसल, उसके सोशल मीडिया पर पाकिस्तान से आए कई ऐसे मैसेज थे जिसके बाद दर्श सक्सेना ने नाम बदलकर रिहान अंसारी रख लिया था. जो धर्म परिवर्तन की तरफ इशारा कर रहा था.
काम कर रही है पुलिस
वहीं, धर्मांतरण के मामले में नोएडा पुलिस का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर मई 2018 में एफआईआर दर्ज कर ली गई थी. कुछ जानकारी मिली थी, जिसपर पुलिस काम कर रही थी. लेकिन, उस वक्त पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई लिहाजा फिर से पुलिस टीम इस पूरे मामले में लगाई गई है. उम्मीद है कि जल्द ही दर्श सक्सेना को बरामद कर लिया जाएगा.
पुलिस ने नूरिया नाम की महिला से की बातचीत
पुलिस का कहना है कि परिजनों की तरफ से जो भी साक्ष्य मिले हैं उसकी गहनता से छानबीन की जा रही है. वहीं, पुलिस की जांच में फेसबुक पर एक दर्श सक्सेना का अकाउंट सामने आया था जिसकी प्रोफाइल चेंज कर उसने रिहान अंसारी लिखा था. वहीं, नूरिया नाम की महिला के बारे में भी छानबीन की जा रही है. शुरुआती जांच में पुलिस ने नूरिया से बातचीत की थी लेकिन कोई अहम साक्ष्य हाथ नहीं लगे, जिसकी वजह से महिला पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई. लेकिन, अब टीमें दोबरा लगाई गई हैं और उम्मीद है कि जल्द ही दर्श सक्सेना को बरामद कर कर लिया जाएगा.
बेटा अचानक लापता हो गया
दर्श की मां का कहना ही कि 5 मई 2018 को उनका बेटा अचानक लापता हो गया, जिसके बाद उन्होंने नोएडा के फेस 2 में गुमशुदगी की एफआई दर्ज कराई. लेकिन, जब दर्श का फेसबुक अकाउंट चेक किया तो चौंकने वाला खुलासा हुआ. उसके फेसबुक अकाउंट पर नूरिया नाम की एक लेडी लगातार उससे चैट कर उसे धर्मांतरण के लिए प्रेरित करती थी. मां ने फेसबुक अकाउंट के चैट की फोटोकॉपी कराकर पुलिस को दी और कहा कि बेटे का धर्मांतरण करा दिया गया है. लेकिन, पुलिस ने बलिग होने का हवाला देकर करवाई करने से मना कर दिया.
बेटे का कुछ पता नहीं
दर्श सक्सेना की मां शिवानी ने नोएडा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर वक्त रहते नोएडा पुलिस ने कार्रवाई की होती तो शायद आज उनका बेटा घर पर होता. क्योंकि शिवानी सक्सेना ने पुलिस को उस नूरिया नाम की महिला की डिटेल भी दी थी जो उनके बेटे से लगातार चैट कर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रही थी. लेकिन, पुलिस ने महिला से मिलने के बाद भी कोई उचित कार्रवाई नहीं की, यही वजह ही कि आज तीन साल होने को है लेकिन बेटे का कुछ पता नहीं है.
अंजान नंबर से आया था फोन
दर्श सक्सेना की मां ने बताया 5 मई को उनके पास एक अंजान नंबर फोन आया. फोन करने वाले ने कहा कि तुम्हारा बेटा जब कुछ करना चाहता है, आगे बढ़ना चाहता है, अपनी जिंदगी संवारना चाहता है तो तुम उसे क्यों रोक रही हो. उसके पैरों में ममता की बेड़ियां क्यों डाल रही हो. शिवानी ने कहा कि हम घर जाएंगे अपने बेटे को समझाएंगे कि ऐसे लोगों से वो बात ना करे, लेकिन जब वो घर पहुंची तो बेटा जा चुका था.
बहन को किया बर्थडे विश
शिवानी सक्सेना ने बताया कि 18 जून 2018 को दर्श सक्सेना की छोटी बहन का जन्मदिन था. उस दिन उसने आखिरी बार फोन कर बहन को बर्थडे विश किया. उसके बाद जब मां ने बात की तो दर्श रोने लगा और बोला मां अब मैं नहीं आ सकता और फोन कट गया. ये फोन भी उसने किसी दूसरे के फोन से किया था.
पुलिस परिजनों को दो रही है आश्वासन
पीड़ित मां की मानें तो उसके बेटे ने फेसबुक एकाउंट में आईडी चेंज कर अपना नाम रिहान अंसारी रख लिया और उसके बाद से आज तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है. फिलहाल, नोएडा पुलिस के अधिकारी परिजनों को आश्वासन दे रहे हैं कि तलाश जारी है, जल्द ही हो दर्श सक्सेना से जुड़ी कड़ियों को खोज लिया जाएगा.