धर्मांतरण मामला: शक के घेरे में नोएडा डेफ सोसायटी के शिक्षक और कर्मचारी, इन सवालों के जवाब तलाश रही है ATS
धर्मांतरण मामले में यूपी एटीएस को नोएडा डेफ सोसायटी के बारे में कुछ अहम जानकारियां मिली हैं. संस्थान से जुड़े शिक्षक और कर्मचारियों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है. यही, वजह है कि यूपी एटीएस का शक और गहराता जा रहा है.
नोएडा: धर्मांतरण मामले में नोएडा डेफ सोसायटी का नाम सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश एटीएस ने जांच तेज कर दी है. एटीएस ने ये जानने की कोशिश शुरू कर दी है कि स्कूल से जुड़े शिक्षक और कर्मचारियों की धर्मांतरण मामले में क्या भूमिका थी. एटीएस ने जब इस संस्थान से जुड़े शिक्षक और कर्मचारियों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की तो सभी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है. यही, वजह है कि यूपी एटीएस का शक और गहराता जा रहा है.
सामने आया नोएडा डेफ सोसायटी का नाम
बता दें कि, उत्तर प्रदेश एटीएस ने जब दिल्ली से दो आरोपियों जहांगीर और उमर गौतम को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की तो उन्होंने सबसे पहले नोएडा डेफ सोसायटी का ही नाम लिया. दोनों ने बताया कि यहां के छात्रों का धर्मांतरण कराया है और इस संस्थान के जरिए ही वो और कई संस्थानों से संपर्क साध रहे थे. यही, वजह है कि एटीएस ने नोएडा डेफ सोसायटी से जुड़े सभी शिक्षक और कर्मचारियों के बारे में जानकारी खंगालनी शुरू कर दी है ताकि ये पता चल सके कि इस संस्थान से जुड़े लोगों की भूमिका धर्मांतरण मामले को लेकर क्या थी.
सवालों के जवाब तलाश रहा है एटीएस
फिलहाल, शुरुआती जांच में उत्तर प्रदेश एटीएस को नोएडा डेफ सोसायटी के बारे में कुछ अहम जानकारियां मिली हैं. यही वजह है कि एटीएस अब नोएडा डेफ सोसायटी से जुड़े सभी कर्मचारी और शिक्षकों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है. ताकि, उसे ये पता चल सके कि कौन से कर्मचारी और शिक्षक आरोपियों के संपर्क में थे और धर्मांतरण के लिए किस तरह से उनका सहयोग कर रहे थे.