UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रावण मास के दौरान काशी आने वाले बाबा के भक्तों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए. उन्हें किसी भी दशा में परेशानी का सामना न करना पड़े. प्रमुख शिवालयों सहित पूरे शहर में चाक चौबंद साफ-सफाई के साथ ही प्रकाश व्यवस्था, चिकित्सकीय सुविधा आदि की व्यवस्था की जाए. साथ ही सुरक्षा सहित यातायात की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वाराणसी सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ श्रावण मास की व्यवस्थाओं एवं विकास परियोजनाओं के प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसमस्याओं के निस्तारण में पूरी तत्परता बरते जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इसमें गुणवत्ता औक समयबद्धता के साथ पारदर्शिता अवश्य हो.
उन्होंने शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों को उपलब्ध कराए जाने पर खास जोर देते हुए कहा कि कोई भी पात्र लाभार्थी इससे वंचित न रहने पाए. उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूरा कराए जाने हेतु कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को भी निर्देशित किया.
अब ठेकेदारों की खैर नहीं
सीएम ने ग्रामीण पेयजल योजना के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराए जाने का भी निर्देश दिया और कहा कि पाइप बिछाए जाने के बाद सड़कों की मरम्मत न कराए जाने की शिकायत मिल रही है, ऐसे संबंधित ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय की जाए और कटिंग की गई सड़कों की शत प्रतिशत मरम्मत सुनिश्चित कराए जाए. गंजारी में निर्माणाधीन इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित कराए जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया.
विद्युत विभाग के कुछ कर्मियों द्वारा फोन न उठाए जाने की शिकायत पर ऐसे जेई, एई, एसडीओ को चिन्हित कर उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा. सीएम योगी ने कहा कि वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र भी है, उनके मार्ग निर्देशन में अब तक यहां लगभग 40 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य हो चुके हैं. लगभग 12 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं निर्माणाधीन है. उन्होंने कहा कि परियोजनाओं का डीपीआर बनाते समय स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सुझाव अवश्य लिए जाएं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक परियोजनाओ के मॉनिटरिंग के लिए एक-एक नोडल अधिकारी नामित किए जाएं.