प्रयागराज, एबीपी गंगा। इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक रिटायर्ड जज ने इंसाफ के लिए अब उसी अदालत का दरवाजा खटखटाया है, जिसमें उन्होंने बरसों तक मुकदमों की सुनवाई करते हुए लोगों को इंसाफ दिया था। जस्टिस अंजनी कुमार ने अपने बेटे से खुद और पत्नी की जान को खतरा बताया है। उन्होंने हाईकोर्ट में अर्जी दायर कर इंसाफ की गुहार लगाई है। अपनी अर्जी में उन्होंने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कराने की भी मांग की है। रिटार्यड जज का आरोप है कि उनका बड़ा बेटा चंदन उनके मकान पर कब्जा कर चुका है। चंदन अब उन्हें व उनकी पत्नी को मारने की फिराक में है।
आरोपी बेटे को नोटिस जारी
इस सनसनीखेज अर्जी से हाईकोर्ट में हड़कंप मच गया है। मामले की सुनवाई कर रही जस्टिस सुधीर अग्रवाल और जस्टिस राजीव मिश्र की डिवीजन बेंच ने इस मामले में जस्टिस अंजनी कुमार के आरोपी बेटे चंदन और यूपी सरकार को नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया है। अदालत ने इस मामले में 10 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच इस मामले में 25 मार्च को फिर से सुनवाई करेगी।
बतादें कि जस्टिस अंजनी कुमार साल 2001 में हाईकोर्ट के जज नियुक्त हुए थे और साल 2008 में इलाहाबाद हाईकोर्ट से रिटायर हुए थे। जज बनने से पहले वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में ही वकालत करते थे। जस्टिस अंजनी की उम्र 73 और पत्नी की 63 साल है। उन्होंने सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत संरक्षण व सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की है।