Farrukhabad Crime News : फर्रुखाबाद के गांव अहिमलापुर में पिछले दिनों अंग्रेजी शराब पीने से तीन लोगों की मौत मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में गांव के रहने वाले एक कीटनाशक दवाई के व्यापारी नरेन्द्र शर्मा को गिरफ्तार किया है जिसने तीनों की शराब में कीटनाशक दवाई मिलाई थी. पुलिस (Farrukhabad Police) के मुताबिक ये पूरा मामला ब्लैकमेलिंग (Blackmailing) से जुड़ा था. इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया गया है.
शराब पीने से गई थी 3 की जान
दरअसल बीते 3 मार्च को फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के गाँव अहिमलापुर में अंग्रेजी शराब पीने से तीन लोगों जितेन्द्र सिंह, मोनू और ओमकार की मौत हो गई थी, इस घटना से पूरे गांव में कोहराम मच गया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए खुद कमिश्नर डॉ राजशेखर, एडीजी पुलिस भानु भास्कर और संयुक्त आबकारी आयुक्त धीरज सिंह मौके पर पहुंचे थे. परिजनों की तहरीर के आधार पर शराब दुकान के सेल्समैन, दुकान ठेकेदार और गोदाम प्रभारी के खिलाफ हत्या व आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन जब पुलिस ने इसकी जांच की तो ये मामला ब्लैक मेलिंग का निकला.
पुलिस ने किया हैरान करने वाला खुलासा
पुलिस ने इस मामले में गांव के रहने वाले कीटनाशक दवाओं के व्यापारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक मृतक मोनू और आरोपी नरेन्द्र दोनों दोस्त थे. नरेन्द्र का गांव की ही एक महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था. नरेन्द्र के फोन में महिला के साथ आपत्तिजनक तस्वीरें थी, जिसे मोनू ने चालाकी से अपने फोन में ले लिया था. इसके बाद वो लगातार नरेन्द्र को ब्लैकमेल करता रहता था. उसने कई बार नरेन्द्र से पैसे भी ऐंठे थे, जिसकी वजह से वो काफी परेशान रहता था. गांव में उसकी काफी बदनामी भी हो चुकी थी. जिसके बाद नरेन्द्र ने मोनू का मारने की योजना बनाई.
ऐसे दिया पूरी घटना को अंजाम
मोनू अक्सर शराब पीता था और कई बार अपने लिए शराब नरेन्द्र से ही मंगाया करता था. जिसके देखते हुए नरेद्र ने एक शराब की बोतल में कीटनाशक दवा मिलाकर रख ली ताकि वो मौका मिलते ही उसे वो शराब पिलाकर मार दे. घटना वाले दिन मोनू के साथ उसके दोस्त जितेंद्र और ओमकार भी थे. जिसके बाद तीनों ने शराब पीने की योजना बनाई. मोनू ने कहा कि वो शराब लेकर आ रहा है, और वो सीधा नरेंद्र के पास पहुंचा और उससे शराब का इंतजाम करने को कहा. जिसके बाद नरेन्द्र और मोनू दोनों शराब के ठेके पर गए और वहीं दो शराब की दो बोतलें खरीदी.
पुलिस टीम को मिला इनाम
रास्ते में जब वो दोनों वापस आ रहे थे तो आरोपी ने मौका देखकर एक बोतल को जहरीली बोतल से बदल दिया. जिसके बाद मोनू बोतलें लेकर अपने दोनों दोस्तों के पास पहुंचा और फिर तीनों ने मिलकर शराब पी. जहरीली शराब पीते हैं उनकी मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने इस पूरे मामले का खुलासा करने वाली टीम को इनाम के तौर पर 25 हजार रुपये देने की घोषणा की है.
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