अखिलेश यादव के चर्चित ड्रीम प्रोजेक्ट जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर यानी JPNIC के पूरा होने के आसार बनते दिखने लगे हैं. इसे लेकर चल रहे मंथन के बीच अब 950 करोड़ की संशोधित डीपीआर को मंजूरी मिल गयी है. अब एलडीए इस संशोधित डीपीआर को वित्तीय अनुमोदन के लिए शासन को भेजेगा. इस जेपी सेंटर का निर्माण अखिलेश सरकार में 2012 से 2017 के बीच हुआ था.
जय प्रकाश सेंटर के निर्माण के लिए अखिलेश सरकार ने 864.99 करोड़ रुपये स्वीकृत किये थे. इसमें से 821.75 करोड़ एलडीए को मिल भी चुके हैं. एलडीए अब तक इसमें 813 करोड़ खर्च कर चुका है. इसके अलावा 27 करोड़ के सिविल और 42.07 करोड़ के इलेक्ट्रिकल काम की देनदारी भी हैं. एलडीए ने अधूरे काम पूरे करने के लिए 85 करोड़ की जरूरत बताई. इसके बाद संशोधित डीपीआर तैयार करायी गयी है क्योंकि बढ़ी डीपीआर की सहमति मुख्य सचिव आरके तिवारी की अध्यक्षता में हुई बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक में बनी है. ऐसे में माना जा रहा है कि शासन से इसका वित्तीय अनुमोदन भी मिल जाएगा.
जाने क्यों खास है जेपी सेंटर?
- जेपी सेंटर की कुल जमीन 75,464 वर्ग मीटर.
- गेस्ट हाउस में 103 लग्जरी कमरे, 7 सूट, 72 बेड की डोरमेट्री, हेल्थ सेन्टर, जिम्नेजियम, स्पा, योग केंद्र, रेस्टोरेंट, बिल्डिंग से 7 फीट बाहर लटकता स्विमिंग पूल.
- जेपी सेंटर में टॉप पर हेलिपैड की भी व्यवस्था.
- 2000 क्षमता का कन्वेंशन हॉल, 1000 क्षमता का ऑडिटोरियम, 200-200 की क्षमता के दो सेमिनार हाल.
- ओलंपिक साइज का एक स्विमिंग पूल, डाइविंग पूल, किड्स पूल, दो स्क्वाश कोर्ट, 2 लॉन टेनिस कोर्ट, मल्टी पर्पज कोर्ट.
- 1000 वाहनों की क्षमता वाली मल्टी लेवल पार्किंग.
- 3355 वर्ग मीटर में बने आधुनिक म्यूजियम में जय प्रकाश नारायण से जुड़ी चीजें.
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