बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर ऋषि कपूर अब हमारे बीच नहीं रहे, बीती शाम से उन्हें सांस लेने में तकलीफ के कारण मुंबई के सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज सुबह उन्होंने अपनी अंतिम सांसे ली। ऋषि कपूर इंडियन सिनेमा का वो जाना पहचाना नाम रहे जिसने हमेशा दर्शकों का मनोरंजन किया, ऋषि कपूर एक ऐसे परिवार से थे, जिन्हें सिनेमा के इतिहास में अपने योगदान के लिए हमेशा जाना जाता रहेगा। ऋषि कपूर ने अपने करियर में 155 से ज्यादा फिल्में की हैं। इस दौरान उन्हें अपनी लाजवाब अदाकारी के लिए कई अवॉर्ड्स भी मिले।
ज्यादातर लोग ये समझते हैं कि ऋषि की पहली फिल्म 'मेरा नाम जोकर' थी, लेकिन बहुत ही कम लोगों को इस बात का पता है कि 'मेरा नाम जोकर' से पहले वो 'श्री 420' में एक छोटे से किरदार में नजर आ चुके थे, जिसमें काम करने के लिए सुपरस्टार नरगिस को बहुत सी चॉकलेट देकर ऋषि को मनाना पड़ा था। इस फिल्म के गाने 'प्यार हुआ इकरार हुआ' में ऋषि अपने भाई रणधीर कपूर के साथ पैदल चलते नजर आते हैं।
'मेरा नाम जोकर' के बाद राज कपूर ने अपने बेटे को लॉन्च करने के लिए फिल्म 'बॉबी' बनाई, लेकिन कहा जाता है कि 'मेरा नाम जोकर' के फ्लॉप होने की वजह से राज कपूर को भारी नुकसान उठाना पढ़ा था, जिसकी वजह से कोई भी बड़ा स्टार फिल्म 'बॉबी' में काम करने के लिए तैयार नहीं था। इसी कारण राज कपूर ने इस फिल्म से ऋषि को बॉलीवुड में लॉन्च करने की ठान ली, फिल्म सुपरहिट रही और यहीं से शुरू हुआ इस सुपरस्टार का फिल्मी सफर। 'बॉबी' में ऋषि का रोमांटिक अंदाज हर किसी को भाया और देखते ही देखते ऋषि चॉकलेट बॉय के नाम से जाने जाने लगे। उनकी रोमांटिक छवि लोगों को इस कदर पसंद आई कि 'बॉबी' की अपार सफलता के बाद लगातार 90 फिल्मों में ऋषि ने रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया।
ऋषि कपूर वो सुपरस्टार रहे थे, जिनकी जिंदगी हमेशा एक खुली किताब की तरह रही। उन्होंने कई बार अपनी जिंदगी से जुड़े ऐसे खुलासे किए हैं, जिनके बारे में बात करने से भी लोग कतराते हैं। ऋषि कपूर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी 'खुल्लम खुल्ला : ऋषि कपूर अनसेंसर्ड' में बताया कि उन्होंने एक बार अमिताभ बच्चन को मिलने वाला फिल्मफेयर अवार्ड को पैसे देकर खरीदा था। अमिताभ को फिल्म 'जंजीर' के लिए बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिलना था, लेकिन ऋषि ने 30 हजार रुपये देकर 'बॉबी' के लिए बतौर बेस्ट एक्टर इस अवॉर्ड को खरीद लिया था। जिसकी वजह से दोनों कलाकारों के बीच दूरी भी आ गई थी।
इसी किताब में ऋषि ने खुलासा किया कि एक बार संजय दत्त उन्हें मारने के लिए उनके अपार्टमेंट में पहुंच गए थे। दरअसल, संजय को शक था कि ऋषि का अफेयर उनकी गर्लफ्रेंड टीना मुनीम से चल रहा है। हालांकि, नीतू सिंह के समझाने पर संजय वहां से वापस लौट गए थे।
बात हो, ऋषि कपूर की जिंदगी के बारे में और यहां नीतू कपूर का जिक्र ना हो, ये कैसे हो सकता है। 1974 में ऋषि कपूर ने नीतू सिंह के साथ फिल्म 'जहरीला इंसान' की। सेट पर ऋषि नीतू को काफी छेड़ा करते थे, जिससे नीतू सिंह इरिटेट हो जाती थीं, लेकिन दोनों के बीच की ये नोंक-झोंक धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और दोनों में प्यार हो गया।
5 कई साल एक दूसरे को डेट करने के बाद दोनों ने 1980 में एक-दूसरे से शादी कर ली। उनकी शादी का भी एक मजेदार किस्सा है। शादी के दिन नीतू और ऋषि दोनों ही बेहोश हो गए थे। दरअसल, नीतू अपने भारी लहंगे को संभालने की वजह से बेहोश हो गईं थी, तो वहीं ऋषि कपूर अपने आस-पास इतनी भीड़ को देखकर बेहाश हो गए थे।
आज ऋषि कपूर के निधन से बॉलीवुड को एक और बड़ा झटका लगा है, भले ही ऋषि आज हमारे बीच नहीं रहे हों, लेकिन उनकी अदाकारी के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।
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