लॉकडाउन की वजह से बॉलीवुड के कई सितारे ऋ़षि कपूर की आखिरी छलक भी नहीं देख पाए। आपको बता दें, ऋ़षि कपूर ने बॉबी फिल्म से अपने सिने करियर की शुरुआत की थी। राज कपूर साहब ने अपने बेटे ऋषि कपूर को लॉन्च करने के लिए उनके अपोजिट डिंपल कपाड़िया को चुना था।



जैसा की आप सभी को पता है 'बॉबी' एक गाना काफी जबरदस्त हिट हुआ था। साल 1970 में राजकपूर अपनी ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म 'मेरा नाम जोकर' लेकर आये थे। ये फिल्म उस वक्त नहीं चल पायी थी।



वास्तव में फिल्म को पूरा करने में 5-6 साल लग गए और नतीजतन राज कपूर की पत्नी को अपने गहने बेचने पड़े, पूरा कपूर खानदान कर्ज से डूब गया लेकिन राजकपूर ने कर्ज से बाहर आने के लिए ऋषि कपूर को बॉबी से लांच कर दिया। फिल्म जबरदस्त हिट हुई और राजकपूर के दिन फिर गए।



सूत्रों के अनुसार ‘बॉबी’ बनाते वक़्त इंडस्ट्री के बड़े-बड़े लोग धर्मेंद्र, प्राण साहब, राजेंद्र कुमार ने उनसे कहा था कि आर के बैनर को फिर से खड़ा करने के लिए वे लोग बिना पैसे लिए काम करेंगे। लेकिन राज कपूर ने सबका शुक्रिया अदा करते हुए कहा था, “इस वक्त मेरी फिल्में फ़्लॉप हो चुकी हैं इसलिए मेरा लेवल नीचे है और आपका ऊपर। हम तब साथ काम करेंगे जब हमारा और आपका लेवल बराबर हो जाएगा।”



‘बॉबी’ को असल मायनों में हिंदी फिल्मों की पहली टीनएज लव स्टोरी कहना शायद गलत नहीं होगा। ऋषि कपूर के बेपरवाह बाप के रोल में प्राण साहब, बॉबी पर जान छिड़कने वाले पिता के रूप में प्रेमनाथ और मिसेज ब्रिगेंन्जा के रोल में दुर्गा खोटे जैसे किरदार एक से बढ़कर एक थे।