Uttarakhand News: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण के दौरान रैंतोली में निर्माणाधीन एडिट टनल-7 पर हुए विस्फोट में एक कर्मचारी की मौत हो गई, जिससे गुस्साए कर्मचारी और मजदूरों ने बुधवार को सुमेरपुर मेगा कंपनी कार्यालय में प्रदर्शन किया. साथ ही निर्माण कार्य रोक दिया. इस दौरान उन्होंने कंपनी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपया मुआवजा देने की मांग की. मौके पर पहुंचे पंचायत सदस्य ने कहा कि मांग माने जाने तक प्रदर्शन जारी रहेगा. 


निकाले गए कर्मचारियों को बहाल करने की मांग


रैंतोली एडिट टनल-7 पर मंगलवार को लापरवाही के कारण हुए विस्फोट से यहां काम कर रहे कर्मचारी 40 वर्षीय गुड्डू भिलंवाल की मौत की खबर मिली तो मेगा कंपनी में कार्यरत कर्मचारी और मजदूरों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. मजदूरों ने मांग की है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए. विस्फोट में घायल व्यक्ति को उचित इलाज और आर्थिक सहायता दी जाए. इसके साथ ही कंपनी द्वारा बाहर निकाले गए छह लोगों को दोबारा बहाल किया जाए.


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कंपनी ने कहा, नियम अनुसार देंगे मुआवजा


एक प्रत्यक्षदर्शी अनुज भट्ट ने कहा कि वह टनल के अंदर काम कर रहा था जबकि उनके साथ गुड्डू कैप्सूल भर रहा था. कुछ ही देर में विस्फोट हुआ और गुड्डू भिलंगवाल की मौत हो गई. घटनास्थल पर पहुंचे पंचायत सदस्य नरेंद्र बिष्ट, पूर्व पालिका अध्यक्ष देवेंद्र सिंह झिक्वाण ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के मांग की. उन्होंने कहा कि कपंनी में सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है. पूर्व में भी कई घटनाएं हुई लेकिन कंपनी द्वारा कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई.


पंचायत सदस्य ने कहा कि जब तक कंपनी पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा नहीं देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि कंपनी मजदूरों का उत्पीड़न कर रही है. सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है. वहीं मेगा कंपनी के डीजीएम एचएन सिंह ने बताया कि कंपनी नियमानुसार पीड़ित परिवार को मुआवजा देगी. कंपनी पूरी तरह पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है.


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