Uttarakhand News: उत्तराखंड के ऋषिकेश एम्स (Rishikesh AIIMS) में एक फर्जी डॉक्टर बनकर घूम रहे एक युवक को पकड़ा गया है. एक युवक संदिग्ध परिस्थितियों में डॉक्टर की ड्रेस पहनकर घूम रहा था. इसके बाद जब युवक से पूछताछ की गई तो उसने खुद को न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट का डॉक्टर बताया. पूछताछ में उसकी बातें संदिग्ध लगीं. ऐसे में युवक को एम्स के सेवा वीरों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.


एम्स के प्रशासनिक अधिकारी की ओर से दी गई तहरीर के बाद पुलिस ने युवक के खिलाफ जांच-पड़ताल शुरू की तो मालूम हुआ कि वह फर्जी डॉक्टर है. अब डॉक्टर बने इस युवक के खिलाफ जांच-पड़ताल और कानूनी कार्रवाई की जा रही है. ऋषिकेश पुलिस ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. युवक की पहचान सचिन कुमार, निवासी कृष्णा नगर कॉलोनी ऋषिकेश के रूप में हुई है.


हॉस्पिटल अटेंडेंट के रूप में काम कर चुका है आरोपी


सचिन ने एम्स के अधिकारियों को बताया था कि उसने कोविड-19 के दौरान डीआरडीओ के अस्पताल में बतौर हॉस्पिटल अटेंडेंट के रूप में काम किया था. फर्जी डॉक्टर के मोबाइल नंबर से 50 से अधिक रजिस्ट्रेशन एम्स में कराए गए हैं, जिसका डाटा बरामद कर लिया गया है. इसके अलावा उसके पास 10 हजार से अधिक नगद रुपये भी बरामद हुए हैं. उसके मोबाइल से लाखों रुपये के कई लेने-देन भी किए गए हैं, जिसकी जांच अब ऋषिकेश पुलिस की तरफ से की जा रही है.


युवक के मोबाइल में मिले फर्जी दस्तावेज 


इसके अलावा सचिन के पास से कई प्रकार के फर्जी दस्तावेज भी उसके मोबाइल में मिले हैं. पुलिस सचिन से पूछताछ कर रही है. फिलहाल उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश किसी न किसी विवादों में हमेशा घिरा रहता है. इस बार फर्जी डॉक्टर के कारण चर्चाओं में हैं.


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