रुद्रप्रयाग: ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग रुद्रप्रयाग से सात किमी दूर नरकोटा के पास तीन दिनों से बन्द पड़ा है. हाईवे पर ऊपरी पहाड़ी से लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिस कारण हाईवे को खोलने में दिक्कते हो रही हैं. हाईवे के एक छोर पर रुद्रप्रयाग और चमोली जनपद में आवश्यक सामग्री ढोने वाले वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है. स्थानीय जनता जंगल के रास्ते से जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर है.
आम जनता की परेशानियां बढ़ी
दरअसल, ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के रुद्रप्रयाग और श्रीनगर के बीच में पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण तीन दिन पूर्व बन्द हो गया था, जो कि अब तक नहीं खुल पाया है. हाईवे बन्द होने के कारण आम जनता की परेशानियां भी बढ़ गयी हैं. साथ ही पिछले तीन दिनों से रुद्रप्रयाग और चमोली जिले में आवश्यक सामग्री ढोने वाले भारी वाहन भी राजमार्ग पर फंसे हुए हैं. भारी वाहनों की हाईवे किनारे लंबी कतार लगी हुई है.
हाईवे के बंद होने से रुद्रप्रयाग से श्रीनगर और श्रीनगर से रुद्रप्रयाग आने वाले लोग नरकोटा के जंगलों से होकर दूसरी ओर निकल रहे हैं, मगर यह रास्ता किसी खतरे से कम नहीं है. रास्ते में अगर पैर फिसल जाय, तो कोई बड़ी दुर्घटना भी घट सकती है. इस ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. लोग जान हथेली पर लेकर जंगलों के रास्तों से पैदल निकल रहे हैं.
वैकल्पिक मार्गों से भेजे जा रहे हैं वाहन
वहीं, दूसरी ओर छोटे वाहनों को पुलिस की ओर से वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है. जो लोग अपने वाहनों से होकर श्रीनगर जाना चाहते हैं वे रुद्रप्रयाग-जवाड़ी-रौठिया, सेमलता, घेंघड़खाल-चैंरियां-बडियारगढ़-कीर्तिनगर से श्रीनगर निकल रहे हैं, तो ऋषिकेश, देहरादून, हरिद्वार जाने वाले लोगों को रुद्रप्रयाग से मयाली-घनसाली-टिहरी और फिर ऋषिकेश निकलना पड़ रहा है. ऐसे में उन्हें अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है और इससे समय भी काफी लग रहा है.
इधर, हाईवे को खोलने के प्रयास लगातार जारी हैं. भूस्खलन वाले स्थान पर कई जेसीबी और पोकलैंड मशीने कार्य कर रही हैं, लेकिन पहाड़ी से लगातार मलबा गिरने के कारण हाईवे को खोलने में परेशानियां हो रही हैं.
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