Rishikesh River Rafting: उत्तराखंड के ऋषिकेश में 15 सितंबर से रिवर राफ्टिंग (River Rafting) का इंतजार कर रहे शौकीनों के लिए बुरी खबर है. रिवर राफ्टिंग के लिए उन्हें और इंतजार करना पड़ सकता है. ऋषिकेश में अभी भी गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है. ऐसे में राफ्टिंग का संचालन संभव नहीं हो पा रहा है. 15 सितंबर को पर्यटन विभाग की टीम गंगा नदी का निरीक्षण करेगी. उसके बाद ही रिवर राफ्टिंग के संचालन को लेकर आगे का फैसला लिया जाएगा.


ऋषिकेश में हर साल 1 सितंबर से राफ्टिंग शुरू होती है लेकिन इस साल लगातार हो रही बारिश से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. 12 सितंबर को भी नदी का निरीक्षण किया गया था तब भी नदी का जलस्तर अधिक था अब 15 सितंबर को यानी आज एक बार फिर से निरीक्षण किया जाएगा उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि रिवर राफ्टिंग खुलेगी या नहीं.


रिवर राफ्टिंग शुरू करने की कोशिशों के बीच मौसम विभाग ने भी बुरी खबर दी है. उत्तराखंड में आज भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, मौसम विभाग के मुताबिक 18 सितंबर तक राज्य में बारिश होगी. जिससे गंगा नदी का जलस्तर और बढ़ सकता है. नदी में बड़े पेड़ और मलबा बहकर आ रहा है जो पर्यटकों की सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं है.


गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से फैसला


फिलहाल मौसम के अलर्ट को देखते हुए एक टीम लगातार गंगा नदी के जलस्तर पर नजर रखे हुए है. पर्यटन विभाग की टीम की जांच पड़ताल के बाद ही ऋषिकेश में राफ्टिंग शुरू हो पाएगी. विश्व प्रसिद्ध ऋषिकेश में होने वाली रिवर राफ्टिंग पर पहाड़ों में हो रही बारिश के चलते प्रशासन ने रोक लगा दी थी. बारिश थोड़ा कम होने के बाद जिला प्रशासन की टीम के द्वारा एक बार फिर से नदी का सर्वे किया जाएगा. सर्वे के बाद ही रिवर राफ्टिंग पर लगी रोक हट पाएगी.


जांच के बाद ही राफ्टिंग पर होगा फैसला


इससे पहले भी जिला प्रशासन की टीम एक बार नदी का सर्वे कर चुकी है जिसमें यह देखा गया था कि नदी का जलस्तर बढ़ा है और नदी में बड़े-बड़े पेड़ बहकर आ रहे हैं. जिससे रिवर राफ्टिंग के समय पर्यटकों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए रिवर राफ्टिंग पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी गई थी अब स्थिति का जायजा लेने के बाद ही आगे फैसला लिया जा सकेगा और कोई तारीख निर्धारित की जा सकती है. 


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