Rishikesh-Karnprayag Railway Line: उत्तराखंड में बड़ा हादसा होने से बचा, निर्माणाधीन रेल सुरंग में रखे केमिकल नें लगी आग, 44 मजदूरों को बचाया
सुरंग में आग की सूचना पर मौके पर तुरंत पहुंचे एसडीआरएफ व डीडीआरएफ के जकवानों ने आग को बुझाया और सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला.
Rishikesh-Karnprayag Railway Line News: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के तहत नगरासू में निर्माणाधीन सुरंग में रखे केमिकल में सोमवार को आग लग गई. इस दौरान सुरंग के अंदर 44 मजदूर काम कर रहे थे जिन्हें समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया गया. आग पर समय रहते काबू कर लिया गया.
सुरंग में आग की सूचना पर मौके पर तुरंत पहुंचे एसडीआरएफ व डीडीआरएफ के जकवानों ने आग को बुझाया और सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला. एसडीआरएफ और डीडीआरएफ के जवान अगर समय पर नहीं पहुंचते तो स्थिति भयावह हो सकती थी.
दरअसल, रुद्रप्रयाग के घोलतीर नगरासू सौड मे रेल निर्माण मे लगी मेघा कम्पनी की टनल टी 15 पी1 पोस्ट के स्टार्टिंग पॉइंट से 1 किलोमीटर अंदर केमिकल में आग लगने से वहां अफरातफ़री मच गई. सूचना मिलते ही फायर सर्विस, चौकी घोलतीर पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफकी टीम मौके पर पहुंची.
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क्या है ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना?
जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि टनल मे कार्य कर रहे 44 मजदूर को तत्काल सुरक्षित बाहर निकला गया है. अब स्थिति सामान्य हो चुकी हैं, किसी भी प्रकार की कोई जनहानि/नुकसान नहीं हुआ है.
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का काम केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है. बीते महीने जानकारी दी गई थी कि इस लाइन पर 60 फीसदी काम पूरा हो गया है. रेल विकास निगम लिमिटेड के अनुसार यह रेल लाइन साल 2025 के अंत तक पूरी हो जाएगी. प्रोजेक्ट के डिप्टी जनरल मैनेजर ओम प्रकाश मलगुडी ने बताया था कि कोविड के चलते काम में देरी हुई अन्यथा इसकी डेडलाइन साल 2024 थी. उन्होंने बताया था कि इस रेल लाइन के लिए बनाई जा रही सुरंग प्रतिदिन 170 मीटर खोजी जा रही है. यह काम साल 2019 में शुरू हुआ था. 213 किलोमीटर की सुरंग बननी है इसमें 127 किलोमीटर का काम पूरा हो गया है.