Manoj Jha Row: मनोज झा के 'ठाकुरों' वाले बयान पर क्या है चिराग पासवान का रिएक्शन, चाचा से सुलह पर दिए ये संकेत
Ballia News: बलिया पहुंचे लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने लालू प्रसाद यादव और इंडिया गठबंधन पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भानुमती का कुनबा हर बार बनने से पहले बिखर जाता है.
UP Politics: संसद में राजद (RJD) सांसद मनोज झा (Manoj Jha) 'ठाकुर का कुआं' कविता पढ़कर घिर गए हैं. बलिया (Ballia) में आज (28 सितंबर) लोजपा प्रमुख चिराग पासवान (LJP Chief Chirag Paswan) ने लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की चुप्पी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मनोज झा को लालू यादव का मौन समर्थन प्राप्त है. चिराग पासवान मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि राजद की सोच ही समाज को बांटने वाली है. लोजपा प्रमुख ने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A Alliance) में कई राजनीतिक दल एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं. उन्होंने पिछड़े वर्ग की महिलाओं को विशेष आरक्षण दिए जाने की वकालत की.
'लालू यादव का मनोज झा को मौन समर्थन'
चिराग पासवान बहुउद्देशीय सभागार में आयोजित पासी, दलित सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे थे. उन्होंने राज्यसभा में मनोज झा के ठाकुर का कुआं नामक कविता पाठ करने पर कहा कि राजद की सोच बांटने की है. उन्होंने कविता को संप्रदाय विशेष के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी बताई. उन्होंने कहा मनोज झा की पार्टी की सोच समाज में बंटवारा करने की है. सनातन, रामचरितमानस पर विवादास्पद बयान भी राजद की राजनीति को सूट करता है.
'एक मंच पर दर्जन पीएम पद के प्रत्याशी'
डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी से कभी अगड़ा-पिछड़ा, कभी हिंदू, कभी जाति- धर्म, कभी महिला-पुरुष के नाम पर भेदभाव किया जाता है. एक उदाहरण संसद में देखने को मिला है. लोजपा प्रमुख ने कहा कि खामोश रहना भी मौन समर्थन होता है. उन्होंने राजद प्रमुख लालू यादव की चुप्पी पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि लालू यादव का अंतर्विरोध गाहे-बगाहे देखने को मिलता है. जदयू में टूट पर भी चिराग पासवान ने चुटकी ली. विपक्षी गठबंधन इंडिया में विवाद पर लोजपा प्रमुख ने कहा कि भानुमती का कुनबा हर बार बनने से पहले ही धराशाई हो जाता है. एक मंच पर दर्जन से अधिक प्रधानमंत्री पद के दावेदार दिखाई देंगे.
चाचा से सुलह पर बोले चिराग पासवान
ऐसे में गठबंधन कैसे एक रह सकता है. उन्होंने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन में कई राजनीतिक दल एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं. उन्होंने बंगाल का उदाहरण दिया. विपक्षी गठबंधन में राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को तिलांजलि देना असंभव है. उन्होंने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव आते-आते तक घटक दलों के नेता अलग-अलग राह पकड़ लेंगे. चाचा पशुपति कुमार पारस से समझौते के सवाल पर चिराग पासवान ने दोनों के एक ही सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी का दावा किया.
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए गठबंधन में विवाद सुलझने पर जानकारी सार्वजनिक किया जाएगा. चिराग पासवान ने महिला आरक्षण बिल में पिछड़े वर्ग की महिलाओं को विशेष रिजर्वेशन देने का समर्थन किया. उन्होंने कहा संसद से बिल को पास कराने की इच्छाशक्ति भी केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है. उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में वादे को प्रधानमंत्री जरूर पूरा करेंगे.