UP Politics: राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जयंत की बीजेपी के साथ डील पक्की हो गई है, लेकिन सपा और कांग्रेस अभी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हैं. चर्चा है कि अखिलेश यादव आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी से बात कर चुके हैं और उनकी मान मनौव्वल भी कर रहें हैं. कुछ सीट बढ़ाने और आरएलडी के सिंबल पर सपा प्रत्याशी को चुनाव न लड़ाने की बात भी कह दी गई है.
वहीं कांग्रेस के बड़े नेता जयंत को फोन कर रहें हैं. कुछ लोगों ने मुलाकात का भी वक्त मांगा है. हालांकि जयंत चौधरी की तरफ से किसी भी मामले पर तस्वीर साफ नहीं की जा रही है. अब ऐसे में ये भी सवाल उठ रहा है कि क्या अब देर हो चुकी है, का जयंत अब नहीं मानेंगे?
पश्चिमी यूपी ओर सियासत ले रही है नई करवट
पश्चिमी यूपी की राजनीति नई करवट ले रही है.अभी तक ये तस्वीर साफ थी कि इंडिया गठबंधन के साथ जयंत चुनाव लड़कर लोकसभा चुनाव 2024 में पश्चिमी यूपी में बहुत कुछ बदल डालेंगे और बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगे.सपा से 7 लोकसभा सीट मिलने के बाद भी तस्वीर और साफ हुई कि अब चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा, लेकिन पिछले कुछ दिनों में पश्चिम का माहौल नई चर्चाओं के बाद और गर्म हो गया और ये चर्चाएं हैं कि जयंत के बीजेपी के साथ जाने की. चर्चा है कि जयंत और बीजेपी में डील पक्की हो गई है और जल्द ही एलान भी हो सकता है. हालांकि अभी पूरी तरीके से तस्वीर साफ नहीं हुई है.
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आरएलडी नेता बोले, जयंत पर डोरे डाल रहें हैं सभी
पर्दे के पीछे क्या खिचड़ी पक रही है इसको लेकर सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन जयंत से बीजेपी की नजदीकियों की खबर पर आरएलडी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह विदुर का कहना है कि पश्चिमी यूपी में जयंत चौधरी का दबदबा है और इस लिए सभी पार्टी डोरे डाल रहीं हैं. प्रेशर पॉलिटिक्स तो होती ही है. हम उसका समर्थन करेंगे जो किसान हित की बात करेगा, लेकिन अभी कुछ फाइनल नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह कहते थे कि एक आंख खेत पर और दूसरी दिल्ली की गद्दी पर रखना, हम यही कर रहे हैं.