(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Politics: सपा-कांग्रेस गठबंधन में बगावत पर RLD की पहली प्रतिक्रिया, कहा- 'प्यासा मर जाना बेहतर'
Jayant Chuadhary News: सपा-कांग्रेस गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान ख़ुर्शीद बग़ावत पर उतर आए हैं, जिस पर जयंत चौधरी के नेता की प्रतिक्रिया सामने आई है.
Salman khurshid News: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन के बाद कांग्रेस में बग़ावती सुर देखने को मिल रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान ख़ुर्शीद खुलकर बग़ावत पर उतर आएं हैं और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं. जिस पर अब जयंत चौधरी के करीबी और राष्ट्रीय लोक दल के नेता रोहित अग्रवाल ने तंज कसा है.
रोहित अग्रवाल ने सलमान ख़ुर्शीद के बग़ावती तेवरों को लेकर सपा-कांग्रेस के गठबंधन पर निशाना साधा और कहा कि गठबंधन अपने स्वार्थ के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं का भी सम्मान नहीं कर रहा है. उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, 'हम आपकी व्यथा समझ सकते हैं सलमान खुर्शीद साहब परंतु INDIA गठबंधन स्वार्थ में अपने कार्यकर्ताओं की अवहेलना कर रहा है.जिस तट पर प्यास बुझाने से, अपमान प्यास का होता हो. उस तट पर प्यास बुझाने से, प्यासा मर जाना बेहतर है.'
सलमान खुर्शीद ने की बगावत
दरअसल यूपी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान ख़ुर्शीद सीट शेयरिंग के फ़ॉर्मूले से नाराज हैं. वो फ़र्रुख़ाबाद सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन, सीटों के बँटवारे में ये सीट सपा के खाते में चली गई है. समाजवादी पार्टी ने इस सीट से अपने उम्मीदवार का भी एलान कर दिया है. सपा ने यहां से डॉ नवल किशोर शाक्य को उम्मीदवार बनाया है.
क्यों नाराज हैं सलमान खुर्शीद?
फ़र्रुख़ाबाद सीट के सपा के खाते में जाने से सलमान ख़ुर्शीद नाखुश हैं. जिसके बाद उनके बग़ावती तेवर देखने को मिल रहे हैं. उन्हें एक्स पर लिखा, 'फ़र्रुख़ाबाद से मेरे रिश्तों के कितने इम्तहान का सामना करना पड़ेगा? सवाल मेरा नहीं पर हमारे सब के मुस्तक़ाबिल का है, आने वाली नस्लों का है। क़िस्मत के फ़ैसलों के सामने कभी झुका नहीं । टूट सकता हूँ , झुकूँ गा नहीं। तुम साथ देनेका वादा करो, मैं नघमे सुनाता रहूँ'
आपको बता दें कि राष्ट्रीय लोक दल के इंडिया गठबंधन छोड़ने के पीछे यही बड़ी वजह बताई जा रही है. सपा ने रालोद के सात सीटें दी थीं, जिनमें से चार सीटों पर वो रालोद के चिन्ह पर अपने प्रत्याशी उतारना चाहते थे. जिसके बाद जयंत चौधरी नाराज़ हो कर इंडिया गठबंधन से अलग हो गए और एनडीए में चले गए हैं. हालांकि उन्होंने अभी तक इसका औपचारिक एलान नहीं किया है. लेकिन रालोद लगातार इंडिया गठबंधन पर हमले करती रहती है.