UP News: देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की शनिवार को जयंती मनाई जा रही है. इस दौरान विभिन्न दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने भी चौधरी चरण सिंह की जयंती पर महिला पहलवानों को लेकर प्रतिक्रिया दी है. पहलवान साक्षी मलिक ने बृजभूषण शरण सिंह के करीबी के WFI अध्यक्ष का चुनाव जीतने पर सन्यास का एलान कर दिया है. 


इसपर प्रतिक्रिया देते हुए जयंत चौधरी ने कहा, 'इससे देश का बड़ा नुकसान हुआ है और हानी पहुंची है. चुनाव से खिलाड़ियों को मायूसी हुई है. चुनावों में फिर से वही लोग जीत कर आ गए हैं. लेकिन खिलाड़ियों को हिम्मत रखनी चाहिए.' दूसरी ओर संसद से सांसदों के निंलबित होने पर कहा, 'संसद में सरकार चर्चा से बच रही है. रहन सहन पहनावे के लिए आजादी दी गई है, यह सही है. संवैधानिक अधिकार है.'


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चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग
इससे पहले बीते दिनों रालोद ने मांग की थी कि भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न दिवंगत प्रधानमंत्री और प्रमुख किसान नेता चौधरी चरण सिंह को दिया जाना चाहिए. तब रालोद के राष्ट्रीय सचिव विजय कुमार लाल श्रीवास्तव ने कहा कि चौधरी चरण सिंह सच्चे गांधीवादी, लोकतंत्र के समर्थक और समाजवादी मूल्यों में विश्वास रखने वाले महान नेता थे.


उन्होंने भाईचारे और सामाजिक न्याय आंदोलनों को मजबूत करने के लिए अपने कार्यकाल के दौरान मंडल आयोग और अल्पसंख्यक आयोग की स्थापना के लिए चौधरी चरण सिंह को श्रेय दिया. विजय कुमार लाल श्रीवास्तव ने कहा, ''पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल, पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक, हेमवती नंदन बहुगुणा, कर्पूरी ठाकुर, जॉर्ज फर्नांडिस, राज नारायण, मधु लिमये, पीलू मोदी, मुलायम सिंह यादव और शरद यादव समेत कई बड़े राजनेता उन्हें अपना नेता मानते थे.''


रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने मांग की कि केंद्र सरकार को 23 दिसंबर को चौधरी चरण सिंह की जयंती पर पूर्व पीएम को भारत रत्न देने की घोषणा करनी चाहिए.