RLD's Dalit Nyay Yatra: आरएलडी की 'दलित न्याय यात्रा' मंगलवार को बागपत के मवीकलां, काठा, बागपत, सरूरपुर, बड़ौली गांव पहुंची. यात्रा में शामिल आरएलडी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत कन्नोजिया ने पीड़ित लोगों के अलावा अन्य लोगों से मिले. उनके साथ दुख साझा करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में आरएलडी का साथ दें, चूंकि इस सरकार में दलित और पिछड़ों को न्याय नहीं मिल रहा है. दलितों का अपमान हो रहा है और इसका बदला चुनाव में लेना होगा. आज चारों ओर गुजरात के लोग महत्वपूर्ण पदों पर काबिज हो रहे हैं. दलितों को जागरूक होने का आह्वान किया गया. शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का भी आह्वान किया. सरकार ना हीं किसानों का भला कर रही है न युवाओं का. देश में बेरोजगारी बढ़ रही है.


आरएलडी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत कन्नोजिया का कहना है कि 'आरएलडी की दलित न्याय यात्रा सात तारीख से शुरू हुई है, जो सहारनपुर से शुरू होकर आगरा की ओर जा रही है. इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य यह है कि प्रदेश के अंदर लगातार दलित, पिछड़ों, आदिवासियों आदि युवाओं और बेरोजगारों पर अत्याचार हो रहे हैं.'


प्रशांत कन्नोजिया का कहना है कि 'हमारा मानना है कि जब 2022 में जब हमारी सरकार बने तो कम से कम इस बात का अंदेशा हो कि कितने लोगों पर योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अत्याचार किए हैं ताकि उन्हें प्राथमिकता से न्याय दिलाया जा सके और उनकी बात को सुना जा सके, यह चुनावी यात्रा नहीं बल्कि दर्द बांटने का एक यात्रा है, जिसमें हम लोगों से मिल रहे हैं ताकि पता चले कि कितने अत्याचार इस योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किया है.'


उनके अनुसार वह आगरा में नौ अक्टूबर को कांशीराम जयंती मनाएंगे, जिसमें जयंत चौधरी भी आएंगे और उस कार्यक्रम के साथ वह अपनी दलित न्याय यात्रा का समापन करेंगे और यह संदेश देंगे कि बाबा साहेब अंबेडकर, चौधरी चरण सिंह, कांशीराम, सुहेल, साहू सबकी विचारधार को सम्मलित करके किसी तरह से उत्तर प्रदेश के लोगों को न्याय मिले. उनका कहना है कि 'आरएलडी मजबूत स्थिति में है और आरएलडी का जो गठबंधन होगा मुझे लगता है कि वो ही एक मात्र विकल्प होगा, जिसमें दलित, पिछड़े, आदिवासी, युवा, किसान सब चुनने जा रहे हैं. उनको लगता है कि बीजेपी को हराने का माद्दा आरएलडी और उसके गठबंधन में है हमारे नेता ने दलित समाज के लिए हाथरस में लाठी खाई है. ये जब सदन में बैठेंगे तो न्याय करेंगे.'


आरएलडी राष्ट्रीय सचिव डाक्टर कुलदीप उज्जवल का कहना है कि 'आरएलडी की ओर से आयोजित यह न्याय यात्रा, जिसकी अगुवाई हमारे अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत कन्नोजिया कर रहे हैं. न्याय यात्रा का उद्देश्य सामाजिक परिवर्तन क्रांति को लाने का है. सामाजिक परिवर्तन लाकर और जो वंचित समाज है जो दलित समाज है उसे मुख्य धारा से जोड़ने का है.'


उनका कहना है कि 'जिस समाज को सदियों से वंचित किया गया और सामाजिक तौर पर जिसका तिरस्कार किया गया, मुख्य धारा से हटाया गया, उस समाज को मुख्य धारा से जोड़ने का उद्देश्य इस न्याय यात्रा का है, जो सहारनपुर से शुरू हुई है और इसका आगरा में समापन होगा. यह प्रत्येक जनपद में जा रही है और शोषित पीड़ितों से मिलने का काम कर रही है और उनको मुख्य धारा से जोड़ने का काम कर रही है.'


कुलदीप उज्जवल के अनुसार 'हमारी न्याय यात्रा का उद्देश्य है कि जिन लोगों को मुख्य धारा से हटा दिया गया और जिन लोगों को जाति के नाम पर पीछे किया गया, जिनकी बहन बेटियों को कुचलने का काम किया गया और बलात्कार कर उनको बर्बाद करने का काम किया गया. उनको न्याय दिलाने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया. दलित समाज आरएलडी में पहले भी रहा था और अब भी रहेगा. दलित समाज अपनी बेहतरी की बात करता है दलित समाज को अपनी नस्लों और फसलों की चिंता है. वो अपने नौजवानों को रोजगार की बात करता है. जाति और मजहब से हटकर मुख्य धारा से जुड़ना चाहता है जिसे मनुवादी सोच के लोगों ने पीछे करने का काम किया है. उनके आरक्षण को छीनने का प्रयास किया गया है.'


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