Udhayanidhi Stalin Controversy: सनातन धर्म को लेकर उदयनिधि मारन के बयान के पर मचा घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है. उदयनिधि अपने बयान पर कायम है तो वहीं बीजेपी (BJP) ने अब इसे बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी कर ली है. इस बीच 'इंडिया' गठबंधन के लिए इस पर जवाब देना मुश्किल हो रहा है. कांग्रेस समेत, तमाम राजनीतिक दल इस बयान पर नपी-तुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस बीच राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के नेता और जयंत चौधरी (Jayany Chaudhary) के बेहद करीब रोहित अग्रवाल (Rohit Agarwal) ने पूरे विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. 


सनातन धर्म की तुलना बीमारी से करने पर रालोद नेता रोहित अग्रवाल ने कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि सनातन धर्म इतना कमजोर नहीं कि किसी के कुछ कहने से आहत हो जाए, वहीं उन्होंने बीजेपी पर भी अपने चुनावी फायदे के लिए सनातन धर्म का बार-बार अपमान कराने का आरोप लगाया. रालोद नेता ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर उदयनिधि स्टालिन के बयान पर पोस्ट के जरिए जवाब दिया. 


उदयनिधि के बयान पर रालोद का जवाब


रालोद नेता ने कहा कि "हमारा सनातन धर्म इतना कमजोर नहीं है कि कोई भी कुछ भी बोल दे और सनातन धर्म आहत हो जाए. वैसे इस उदय निधि स्टालिन का नाम दो दिन पहले कितने लोग जानते थे. हमने ठेका थोड़ी ना लिया है किसी भी कुत्ते के भौंकने का... भारतीय जनता पार्टी अपने चुनावी लाभ के लिए सनातन धर्म का अपमान निरंतर करवाने की कोशिश कर रही है, पर वह सफल नहीं होगी."



सपा ने दी सधी हुई प्रतिक्रिया


उदयनिधि के बयान पर समाजवादी पार्टी की ओर से भी सधी हुई प्रतिक्रिया सामने आई है, सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि 'धर्म के बारे में अगर कोई कुछ कहता है तो ये उस व्यक्ति का विचार निजी होता है. किन परिस्थितियों में... क्यों ये बयान दिया गया या फिर कभी भी कोई बयान आता है किसी का तो बिना उसके गहराई में गए हुए, बिना उसका पता किए हुए उस पर भी कोई अगर बयान देता है वो भी आखिर में कष्टदायी होता है.' उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के किसी के धर्म के खिलाफ टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.


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