बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले किसान सम्मान महापंचायत हुई. किसान सम्मान महापंचायत रैली में बोलते हुए रालोद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसानों को अपनी ताकत दिखानी होगी और सभी को मिलकर उनकी लंका गिरानी होगी. हर वर्ग के किसान को एक मंच पर आना होगा.


जयंत ने कहा कि, "योगी सरकार आधा घंटा का समय निकालकर अभी तक गन्ने का भाव तय नहीं कर पाई है. अब सरकार कृषि कानून पर कह रही है कि उसे तो कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने तैयार किया है इसमें पीएम मोदी का कोई लेना देना नहीं है. बात बात पर ट्वीट करने वाले पीएम मोदी की इच्छा के बिना कोई निर्णय नहीं होता है. ऐसे में कानून कैसे बन गए." मात्र पांच मिनट के भाषण में उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा और किसान एकता पर बल दिया.


किसान की जमीन पर सभी की नजर है- जयंत चौधरी


भारतीय किसान यूनियन के नेता गौरव टिकैत ने कहा कि, "सरकार ने आंदोलन को खालिस्तानी बताकर कमजोर किया है. उनका भाषण भी काफी संक्षिप्त रहा. अंत में उन्होंने किसानों से अपील की कि समय-समय पर आंदोलन में शामिल होकर मजबूत बनाते रहें और दिल्ली की ओर कूच करते रहें." केटी गंगाधर ने कहा कि जबतक फैसला नहीं हो जाता तब तक लड़ा जाएगा. भाजपा वालों को एक बार और सोचना चाहिए कि यह बिल क्या किसानों के लिए सही हैं.


गौरव टिकैत ने कहा कि किसान हर हाल में कृषि कानूनों को वापस कराकर ही दम लेंगे. उधर, रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि जो जमीन किसानों को चौधरी चरण सिंह ने दिलाई थी आज वो खतरे में है. किसान की जमीन पर सभी की नजर है.


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