Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच आरएलडी ने संगठन के स्तर पर बड़ा फैसला किया है. पार्टी ने राजस्थान की पूरी प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया है. राज्य में प्रदेश अध्यक्ष समेत सभी कार्यकारिणियों को तत्काल प्रभाव से भंग किया गया है. वहीं पार्टी ने बीते दिनों बीएसपी से आरएलडी में आए मलूक नागर को राजस्थान का नया प्रभारी बनाया है.
आरएलडी के ओर से संगठन में इस बदलाव की जानकारी अपने सोशल मीडिया के जरिए दी गई है. आरएलडी ने पोस्ट कर लिखा, 'राष्ट्रीय लोकदल राजस्थान प्रदेश की कार्यकारिणी को प्रदेश अध्यक्ष सहित तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है एवं श्री मलूक नागर जी ( सांसद व राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव) को प्रदेश के नए प्रभारी के रूप में मनोनीत किया जाता है.'
दरअसल, बीते महीने लोकसभा चुनाव से पहले मायावती को बड़ा झटका देते हुए बिजनौर से बसपा सांसद मलूक नागर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. बीएसपी छोड़ने के बाद वह राष्ट्रीय लोक दल में शामिल हो गए थे. तब राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने मलूक नागर को पार्टी में शामिल कराया था.
कौन हैं मलूक नागर
2009 और 2014 में मेरठ और बिजनौर सीट से चुनाव हारने के बाद भी बीएसपी सुप्रीमो ने मलूक नागर पर भरोसा जताया था और 2019 में फिर बिजनौर से प्रत्याशी बनाया. सपा के साथ गठबंधन का फायदा मिलने की वजह से उन्हें जीत मिली और वो संसद पहुंचे थे. इसके अलावा मलूक नागर की गिनती यूपी के सबसे अमीर सांसदों में भी होती है. मलूक नागर पश्चिमी यूपी के बड़े कारोबारी हैं.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे के मुताबिक, नागर की कुल संपत्ति करीब 250 करोड़ रुपए है. उनके पास 115 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति है. इसमें प्रॉपर्टी और कृषि की जमीन आती है. मलूक पर बैंकों का काफी कर्ज भी है. उन पर बैंकों का 101.61 करोड़ रुपये बकाया है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मलूक नागर और उनके भाई के खिलाफ 54 करोड़ रुपये की वसूली का भी नोटिस जारी किया था.