UP News: राष्ट्रीय लोकदल को एक और बड़ा झटका लगा है. केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी के खासमखास रहे राष्ट्रीय प्रवक्ता भूपेंद्र चौधरी ने पार्टी को अलविदा कह दिया है.उनका इस्तीफा ऐसे वक्त में आया है, जब जयंत को एनडीए सरकार में मंत्री बनाया गया है. भूपेंद्र चौधरी का आरएलडी छोड़कर जाना जयंत चौधरी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. कई बड़े नेताओं को आरएलडी ज्वाइन कराने में भूपेंद्र चौधरी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, लेकिन अब एक झटके में जयंत का साथ छोड़ दिया.
आरएलडी में चल रही बगावत थमती नजर नहीं आ रही है. आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे भूपेंद्र चौधरी की नाराजगी और पार्टी से बगावत करने की यूं तो कई वजह हैं लेकिन उनमें दो बाते बेहद अहम हैं. उनका कहना है कि जयंत चौधरी बड़े नेता हैं, लेकिन पीएम मोदी ने उन्हें मंत्रिमंडल में सिर्फ राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है, जबकि जयंत को कैबिनेट मंत्री बनाया जाना चाहिए था. उनका मंत्रालय भी खास नहीं है. दूसरा ये कि कब एनडीए की बैठक हुई तो जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं दी गई. इसको लेकर भी वो बेहद नाराज थे.
हमने मुस्लिमों के साथ धोखा किया
आरएलडी से इस्तीफा देने वाले भूपेंद्र चौधरी का ये भी कहना है कि हमने मुस्लिमों के साथ धोखा किया है. मुस्लिमों की बदौलत ही आरएलडी में जान पड़ी थी. हमारे नौ विधायक बने और मुस्लिमों ने हमें भरपूर सपोर्ट किया, लेकिन बावजूद इसके बीजेपी से गठबंधन कर लिया गया. ये मुस्लिमों से धोखा नहीं तो क्या है. लोकसभा चुनाव में मुस्लिमों ने आरएलडी को वोट नहीं किया बल्कि आरएलडी के खिलाफ वोट किया है. ये मुस्लिमों की नाराजगी की ही वजह है कि बीजेपी आरएलडी गठबंधन होने के बावजूद मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर संजीव बालियान जैसे बड़े नेता चुनाव हार गए.
बीजेपी के साथ उज्ज्वल नहीं है जयंत का भविष्य
भूपेंद्र चौधरी ने इस बात को भी स्पष्ट तौर पर कहा कि बीजेपी के साथ जयंत चौधरी का भविष्य उज्ज्वल नहीं हैं. बीजेपी से गठबंधन के बाद जयंत चौधरी बेहद दबाव में हैं. उनकी भाषा शैली में वो बात अब नहीं रही. गरीब और खास तौर से किसानों की आवाज अब जयंत चौधरी मजबूती से नहीं उठा पाएंगे, क्योंकि दबाव में हैं. किसान आंदोलन में जयंत के रुख ने किसानों को निराश किया. इंडिया गठबंधन में जो जयंत का सम्मान था वो एनडीए में आकर खत्म हो गया और यही बात मुझे तकलीफ दे रही थी
भूपेंद्र चौधरी का ये भी कहना है कि बीजेपी से गठबंधन करने से आरएलडी के ज्यादातर नेता नाराज हैं, लेकिन सामने बोलने को कोई तैयार नहीं है. ये नाराजगी लोकसभा चुनाव में देखने को मिली, दल जरूर मिले लेकिन दिल नहीं मिले. अगर ऐसा न होता तो जयंत चौधरी के कई बार मुजफ्फरनगर में रैली और कार्यक्रम करने के बावजूद संजीव बालियान चुनाव हार गए. जयंत चौधरी ने भले ही बीजेपी से गठबंधन कर लिया लेकिन चौधरी अजीत सिंह की हार को लोग भूले नहीं और हार का बदला लेकर जयंत चौधरी को संदेश दे दिया.
अभी देखिए कई और लोग छोड़ेंगे पार्टी
अभी कुछ दिन पहले आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे रोहित जाखड़ ने भी जयंत चौधरी का साथ छोड़कर बड़ा झटका दिया था और अब राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे भूपेंद्र चौधरी ने भी सबको चौका दिया. भूपेंद्र चौधरी ने बड़ा दावा किया है कि आरएलडी में बगावत थमेगी नहीं. अभी देखिए कई और लोग पार्टी छोड़ेंगे. कई बड़े झटके लगेंगे, क्योंकि जो बीजेपी से गठबंधन करने से नाराज हैं वो जयंत का साथ छोड़ते रहेंगे. मैंने भी बड़े दुखी मन से आरएलडी छोड़ी है, लेकिन बीजेपी जिस तरीके से जयंत चौधरी के साथ कर रही है उससे मन टूट गया.