जिला पंचायत सदस्य के भाई और बेटों की गिरफ्तारी के बाद रालोद के कार्यकर्ताओं ने किया बवाल
यूपी के बागपत में रालोद कार्यकर्ताओं ने उस वक्त जमकर बवाल किया जब जिला पंचायत सदस्य के भाई और उनके बेटों के पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया.
बागपत: बागपत में सपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य के भाई और दो बेटों को पुलिस ने एक मुकदमे में गिरफ्तार कर लिया. इससे गुस्साए राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं और पदधिकारियों ने बिनौली थाने का जबरदस्त घेराव कर नारेबाजी कर धरना दिया. पुलिस जब तीनों आरोपियों को अदालत में पेश करने ले जाने लगी तो कार्यकर्ताओं ने पुलिस हिरासत से तीनों को छुड़ाने का प्रयास किया. इस पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ दिया. उसके बाद कार्यकर्ताओं ने बड़ौत मेरठ मार्ग पर बिनौली गांव में जाम लगा दिया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. बाद में पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को समझाकर जाम को खुलवा दिया.
इस वजह से हुई गिरफ्तारी
जिला पंचायत सदस्य महबूब अल्वी व उसके भाई व दो बेटो के खिलाफ बिनौली थाने पर बरनावा के सतीश बाल्मीकि ने केस दर्ज कराया है कि घर में घुसकर उनके साथ मारपीट की और जातिसूचक शब्द कहे. इस पर पुलिस ने शुक्रवार रात महबूब अल्वी के भाई मतलूब और बेटे आदिल व राजू को गिरफ्तार कर लिया. इससे गुस्साएं रालोद कार्यकर्ता व पदाधिकारी शनिवार सुबह बिनौली थाने में पहुंच गए और वहां नारेबाजी कर धरने पर बैठ गए.
जिला प्रशासन पर लगाया आरोप
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि, पुलिस-प्रशासन नेताओं के इशारे पर काम कर रहा है और जान बूझकर जिला पंचायत सदस्यों को परेशान कर रहा है, ताकि वह रालोद को वोट न दे सके. इस बीच पुलिस थाने से तीनों आरोपियों को जीप में बैठाकर अदालत में पेश करने ले जाने लगी तो इसकी भनक लगने पर कार्यकर्ता पुलिस की जीप के पीछे दौड़ लिए. बाजार में जीप की साइड लगने से दो बाइक भी गिर पड़ी. इसके बाद बिनौली से आगे पुलिस जीप के टायर में पंचर हो गया.
मौके पर पहुंचकर खुलवाया जाम
थाने से दूसरी पुलिस जीप भेजी गई, लेकिन सूचना मिलने पर कार्यकर्ता तीनों आरोपियों को छुड़ाने के लिए दौड़ पड़े. मौके पर कार्यकर्ताओं ने आरोपियों को छुड़ाने का प्रयास किया. पुलिस जीप के सामने सांड को खड़ा करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया और आरोपियों को अदालत में पेश करने के लिए ले गई. उधर, घटना से गुस्साए कार्यकर्ताओं ने बडौत मेरठ मार्ग पर बिनौली बस स्टैंड पर जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. धरनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था. एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र और सीओ आलोक सिंह ने कार्यकर्ताओं को समझाकर जाम खुलवा दिया.
ये भी पढ़ें.
नई अयोध्या में खोले जाएंगे धार्मिक दूतावास, सरकार ने किया इस बड़ी योजना का एलान