Prayagraj News: यूपी लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित आरओ- एआरओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में यूपी की योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है.योगी सरकार ने पेपर लीक करने वाले गिरोह पर शिकंजा कसते हुए मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्र समेत 23 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर का केस दर्ज किया है.गैंगस्टर की कार्रवाई होने के बाद पेपर लीक के आरोपी अब आसानी से जेल से बाहर नहीं आ सकेंगे.इसके अलावा इन आरोपियों द्वारा अपराध के जरिए अर्जित की गई संपत्तियों को पुलिस अब कुर्क भी कर सकेगी.


पेपर लीक करने वाले गिरोह के 23 सदस्यों के खिलाफ यूपी के कौशांबी जिले के मंझनपुर पुलिस स्टेशन में गैंगस्टर का केस दर्ज किया गया है. आरओ- एआरओ यानी समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की भर्ती परीक्षा इसी साल 11 फरवरी को यूपी के कई शहरों में आयोजित की गई थी. मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्र और गिरोह के अन्य सदस्यों ने परीक्षा से पहले ही पेपर लीक करा कर उसे लाखों रुपए में बेचा था.


TET पेपर भी कराया गया आउट
करीब 20 दिनों तक हुए हंगामे के बाद योगी सरकार ने परीक्षा को रद्द कर दिया था और इसे दोबारा कराए जाने का आदेश दिया था.आरओ एआरओ की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक के मामले में अब तक 19 सदस्यों की गिरफ्तारी हो चुकी है.यह सभी यूपी की अलग-अलग जेल में बंद है.इनके खिलाफ कुछ दिन पहले ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है.आरोप है कि इसी गिरोह ने साल 2021 में शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी TET का पेपर भी आउट कराया था.गिरोह के सदस्यों पर कई आरोप है.


अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस 
पेपर लीक गिरोह का मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा इन दिनों मेरठ जेल में बंद है. राजीव नयन मिश्रा की गिरफ्तारी यूपी एसटीएफ ने की थी.आरओ एआरओ भर्ती परीक्षा पेपर लीक के चार आरोपी अभी फरार हैं.उनकी तलाश में पुलिस की टीमें कई जगहों पर छापेमारी कर चुकी हैं.फरवरी महीने में रद्द हुई परीक्षा अब दिसंबर महीने में होने की उम्मीद है.इस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने का मामला लोकसभा चुनाव में भी मुद्दा बना था.


ये भी पढ़ें: पेपर लीक में आरोपों के बाद बेदीराम से उनके कार्यालय में मिले ओम प्रकाश राजभर, बताया था सपा का विधायक