Ayodhya News: राम जन्मभूमि पर चल रहे मंदिर निर्माण के कार्य को अब और गति दी जा रही है. राम जन्म भूमि पर राम मंदिर के नींव के निर्माण का कार्य को किया जा रहा है. मंदिर निर्माण में लगी कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टब्रो और टीसीएस के इंजीनियर और वर्कर दो शिफ्ट में यानि 24 घंटे कार्य में लगे हैं, जैसे-जैसे मंदिर निर्माण कार्य अपनी गति को प्राप्त हो रहा है, वैसे-वैसे अयोध्या में रामलला के दर्शनार्थियों की तादाद में भारी इजाफा हो रहा है. क्या आम, क्या खास आम आदमी से लेकर देश के प्रथम नागरिक तक अयोध्या रामलला के दर्शन करने को पहुंच रहे हैं.
वीवीआइपी के आगमन को लेकर निर्माण कार्य में बाधा न पहुंचे इसके लिए वीवीआईपी व्यक्ति जिस संपर्क मार्ग से जन्मभूमि परिसर में प्रवेश पाते थे उसे निर्माण कार्य में बाधा आ आती थी. मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जिन मार्गों से रामलला के दर्शन को जाते थे, अब वह मार्ग वीवीआईपी के लिए सुरक्षित कर दिया गया है. आए दिन अयोध्या में हो रहे वीआईपी मूवमेंट को लेकर जन्मभूमि परिसर में चल रहे निर्माण कार्य की गति पर सीधा असर पड़ता था क्योंकि रामजन्म भूमि में वीवीआइपी प्रवेश मार्ग और रॉ मटेरियल को ले जाने वाले ट्रकों का प्रवेश मार्ग एक ही था. लिहाजा ट्रस्ट ने अब राम जन्मभूमि में चल रहे निर्माण कार्य में लगने वाले मैटेरियलों को पहुंचाने के लिए एक अलग रास्ते का निर्माण कर रही है जल्द ही यह रास्ता खोल दिया जाएगा.
दरअसल वीवीआइपी प्रवेश मार्ग से लगभग 300 मीटर पहले यह मार्ग बनाया जा रहा है, जल्दी इस कार्य को अंतिम रूप प्रदान किया जाएगा और इसी रास्ते से राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के निमित्त आने वाले कंक्रीट सामान और पत्थर परिसर में ले जाये जाएंगे. विराजमान रामलला से लगभग 1 किलोमीटर दूर है, जबकि संपर्क मार्ग गेट नंबर 3 से जहां से वीवीआईपी मूवमेंट होता है. वहां से लगभग 500 मीटर दूर है. राम जन्म की सुरक्षा और विराजमान रामलला के दर्शन को आने वाले विशिष्ट और अति विशिष्ट लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट ने नए मार्ग का निर्माण कराया है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने कहा कि रामलला के मंदिर निर्माण के लिए जो पत्थर और रॉ मटेरियल आ रहे हैं, उनको लेकर आने वाले वाहन सड़कों पर बेतरतीब क्रमबद्ध खड़े होते हैं. जिसकी वजह से सड़कें धंस जा रहे हैं. 500 टन से ज्यादा माल लेकर रोज ट्रकें अयोध्या पहुंच रही हैं. जिसकी वजह से आवागमन भी बाधित हो रहा है. राम जन्मभूमि में प्रवेश का संपर्क मार्ग मुख्य रास्ता है और जिस पर हेवी लोड पड़ने की वजह से सड़कें धंस जाती हैं. उसी मार्ग से सारे वीवीआईपी और वीआईपी मूवमेंट होते हैं जब कोई अयोध्या दर्शन करने के लिए आता है तो उससे पहले तैयारी करनी पड़ती है. मार्ग को सही कराना पड़ता है. इसी लिहाज से ट्रस्ट ने रॉ मटेरियल और पत्थरों को लेकर परिसर में पहुंचने वाले ट्रकों का रास्ता अलग कर दिया है. वीवीआईपी और वीआईपी लोगों के आने जाने के लिए जो पूर्व चिन्हित रास्ता था. वह अलग कर दिया गया है. ट्रस्ट को इस नए रास्ते की आवश्यकता महसूस हुई और उसके बाद इस रास्ते का निर्माण कराया जा रहा है.
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