ग्रेटर नोएडा: रोबोट से होगी सीवर की सफाई, सीवर ओवरफ्लो की समस्या से निजात दिलाएगी 'सुपर सकर मशीन'
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में साफ सफाई की व्यवस्था को विश्वस्तरीय बनाने के लिए सीवर की सफाई के लिए रोबोट से करने का फैसला लिया है. ग्रेटर नोएडा रोबोट के माध्यम से सीवर की सफाई करने वाला उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर क्षेत्र का पहला शहर बन गया है.
नोएडाः ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर की व्यवस्थाओं को विश्वस्तरीय करने की शुरुआत की दी है. शहर में सीवर की सफाई अब रोबोट से की जाएगी. इसकी शुरुआत प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण और जिला संचारी रोग नियंत्रण के नोडल ऑफिसर ने आवासीय सेक्टर डेल्टा-दो में की. इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा रोबोट के माध्यम से सीवर की सफाई करने वाला उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर क्षेत्र का पहला शहर बन गया है.
अथॉरिटी के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बतया कि शहर में फिलहाल 10 लाख लोग निवासी कर रहे हैं. अगले 10 वर्षों में शहर की आबादी 25 लाख होने का अनुमान है. यहां तमाम राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय संस्थाएं काम कर रही हैं. भविष्य में इनकी संख्या में भी इजाफा होगा, जिनमें दुनियाभर के लोग काम करने के लिए यहां आएंगे. इसलिए उनका मकसद शहर के विकास को भी विश्वस्तरीय बनाना है.
उन्होंने बताया कि शहर में सीवर की सफाई का काम अब अत्याधुनिक रोबोट के जरिये कराया जाएगा. यह कदम सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है. उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा रोबोट के माध्यम से सीवर की सफाई करने वाला उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर क्षेत्र का पहला शहर बन गया है.
सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि यह रोबोट जमीन से 8 मीटर नीचे स्थित मेन होल, स्लज एवं ब्लॉकेज की सफाई कर सकता है. इसमें एक स्वचालित कैमरा भी लगा हुआ है, जिसके माध्यम से पाइप में प्लग तथा ब्लॉकेज की सूचना डैशबोर्ड पर उपलब्ध हो जायेगी.
इस रोबोट के तैनात हो होने के बाद किसी भी सफाई कर्मचारी को मेन होल में नहीं उतरना पड़ेगा. यह एक दिन में कम से 10 मेन होल के गंदगी की सफाई में सक्षम होगा. रोबोट द्वारा सीवर सफाई के समय निकलने वाली जहरीली गैस की जानकारी भी उसके डैश बोर्ड पर प्रदर्शित हो जायेगी. इस रोबोट पर 40 लाख रुपये खर्च किए गए हैं. अभी तक इस तरह के रोबोट से हैदराबाद, केरल, असम और तमिलनाडु में सीवर की सफाई की जा रही है.
सीईओ ने बताया कि अथॉरिटी ने शहरवासियों को सीवर के ओवरफ्लो होने की समस्या से निजात दिलाने के लिए सुपर सकर मशीन भी खरीदी है. इस पर 1.20 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. सुपर सकर मशीन में दो डम्प टैंक होंगे. वर्तमान में जब पम्प द्वारा सीवर लेन को खाली किया जाता है तो पानी चारों तरफ बिखर जाता है. जिससे गंदगी तथा बीमारी फैलने की सम्भावना बनी रहती है.
इस तरह की समस्याओं से निजात पाने के लिय सुपर सकर मशीन का प्रयोग किया जायेगा. उन्होंने बताया कि शहर में सीवर से संबंधित सभी समस्याओं के निस्तारण के लिए प्राधिकरण ने विशेष इन्टीग्रेटेड कन्ट्रोल रूम की स्थापना की है. निवासी सीवर संबंधी शिकायतें मोबाइल नंबर 8595810523 और 8595814470 पर दर्ज करा सकते हैं.