गंगानगर। इंचौली कस्बे में जलती हुई चिता के उपर श्मशान घाट की छत गिरने से बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मलबे में दबे शव को बाहर निकाला. इंचौली कस्बे में स्थित मौहल्ला बड़ी पट्टी निवासी 40 वर्षीय कालीचरण सब्जी का कारोबार करते थे. बीते शुक्रवार की सुबह वह लावड़ कस्बे से मिनी ट्रक में सब्जी भरकर ला रहे थे. इसी बीच मवाना रोड़ पर इंचौली व मसूरी के बीच वह मिनी ट्रक से नीचे गिर गए. जिसके कारण गंभीर चोट लगने से उनकी मौत हो गई.


देर शाम पोस्टमॉर्टम के बाद कालीचरण का शव घर पहुंचा. इसके बाद परिजन व ग्रामीण शव का अंतिम संस्कार करने के लिए जैन कलेशर के सामने स्थित श्मशान घाट में पहुंचे. इस दौरान परिजन चिता में आग लगने के बाद वापस घर लौटने रहे थे. इसी बीच श्मशान घाट की छत भरभराकर जलती हुई चिता के उपर गिर पड़ी. गनीमत रही कि कोई ग्रामीण छत के नीचे नहीं दबा.


मलबे से निकाला शव
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मलबे में दबे शव को बाहर निकाला. इस दौरान ईंटे गर्म होने की वजह से शव को निकालने में लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. घटना के बाद ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश फैल गया. इस दौरान अलग जगह पर चिता जलाए जाने पर भी शनिवार सुबह तक शव पूरा नहीं जल सका.


सपा सरकार में बना था श्मशान घाट
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि करीब दस साल पूर्व समाजवादी सरकार में श्मशान घाट का निर्माण हुआ था. श्मशान घाट तक जाने के लिए कोई पक्का रास्ता भी नहीं बना हुआ है. ग्रामीणों ने प्रशासन से श्मशान घाट का निर्माण करवाए जाने की मांग की.


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