नई दिल्ली, एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद राम मंदिर मसले को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान सामने आया है। संघ प्रमुख ये कहते देखें गए कि राम का काम करना है तो राम का काम हो कर रहेगा। दरअसल, मोहन भागवत राजस्थान के उदयपुर दौरे पर हैं, जहां उन्होंने एक सवाल के जवाब में ये बात कही। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि इसकी निगरानी भी करनी है। उनके इस बयान के यही कयास निकले जा रहे हैं कि वो अयोध्या में राम मंदिर की बात कर रहे हैं। हालांकि, उनके इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।


 'राम का काम करना है और राम का काम होकर रहेगा'


बता दें कि भागवत उदयपुर में चल रहे संघ शिक्षा वर्ग (द्वितीय वर्ष) प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए। जहां भागवत ने राम का जिक्र करते हुए कहा कि राम का काम करना है और राम का काम होकर रहेगा। राम का काम करना है तो अपना काम करना है, अपना काम खुद करेंगे तो ठीक होता है। सौंप देते हैं तो किसी को निगरानी करनी होती है।' दरअसल, संघ प्रमुख से पहले इसी कार्यक्रम में मुरारी बापू ने कहा था कि राम का काम सबको करना है। जिसे दोहराते हुए भागवत ने कहा कि राम का काम होकर रहेगा।


गौरतलब है कि संघ हमेशा से ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की पैरोकारी करता रहा है। इसके चलते अखिल भारतीय स्तर पर कई आंदोलन भी किए गए हैं। हालांकि, राम मंदिर मसला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। मौजूदा मोदी सरकार भी इस मसले को अदालती फैसले के माध्यम से ही निपटाना चाहती है।


चुनाव भर नहीं हुई मंदिर मसले पर बयानबाजी




  • पूरे चुनाव भर भी राम मंदिर मुद्दे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई।

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में चुनावी रैली भी की, लेकिन मंदिर मुद्दे से दूरी बनाए रखी।

  • ऐसे में मोहन भागवत के बयान से एक बार राम मंदिर मसले पर हलचल तेज हो गई है।

  • अयोध्या में विवादित जमीन का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।