Mohan Bhagwat Statement on Caste System: आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के जातिवाद पर दिए गए बयान को लेकर अब ब्राह्मणों में आक्रोश दिखने लगाया है. कानपुर (Kanpur) में 'मैं हूं ब्राह्मण महासभा' के लोगों ने मोहन भागवत के बयान का विरोध किया. इन प्रदर्शनकारियों ने जमीन पर बैठकर हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ी और कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा कर रहे हैं जो गलत है. अगर भागवत ने अपना बयान वापस नहीं लिया तो उन्हें कलयुग का 'विभीषण' कहा जाएगा. 


कानपुर में दीप सिनेमा चौराहे के पास 'मैं हूं ब्राह्मण महासभा' के लोगो ने जमीन पर बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ी. इस दौरान सगंठन के पदाधिकारियों ने कहा कि मोहन भागवत का बयान ब्राह्मण विरोधी है. उन्होंने अपने बयान में जाति व्यवस्था के लिए पंडितों को जिम्मेदार बताया है, ये गलत है. मनुस्मृति ब्रह्मा जी के पुत्र ने लिखी थी जिसमें कर्म के हिसाब से वर्ण होना बताया गया है. ब्राह्मण जीवन भर लोगों को ज्ञान सिखाने में दया भाव सिखाने में और शिक्षा देने में लगे रहे पर ब्राह्मण के खिलाफ ही नफरत भरे बयान दिए जा रहे हैं. कुछ लोग देश में राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा कर रहे हैं जो बिल्कुल गलत है. ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि भागवत अपना बयान वापस लें नहीं तो उन्हें कलयुग का 'विभीषण' कहा जाएगा. 


जानिए क्या कहा था मोहन भागवत ने 


दरअसल रविवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था हमारी समाज के प्रति भी ज़िम्मेदारी है. जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया? भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक है उनमें कोई जाति या वर्ण नहीं है, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई, वो गलत था. भागवत के इस बयान को लेकर जहां विरोधी दल उनसे सवाल कर रहे हैं तो वहीं अब ब्राह्मणों में इसे लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है. 


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