UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले RSS का उमड़ा मुस्लिम 'प्रेम', मोहन भागवत कार्यकर्ताओं से क्या बोले?
Lok Sabha Election 2024: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) अपने शताब्दी वर्ष 2025 तक अनुषांगिक संगठनों की मदद से समाज के विभिन्न वर्गों में पैठ बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रहा है.
UP News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का गैर हिंदुओं के प्रति भरोसा जागा है. आरएसएस कार्यकर्ता अब मस्जिदों के मुतवल्ली और मौलवियों से संवाद करेंगे. यूपी प्रवास पर आए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने अवध प्रांत की बैठक को संबोधित किया. उन्होंने संबोधन में सामाजिक समरसता, सामाजिक सद्भाव बढ़ाने पर जोर दिया. मोहन भागवत ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से गुरुद्वारा, चर्च और मस्जिदों के प्रमुखों से मुलाकात करने को कहा. अवध प्रांत की कार्यकारिणी की बैठक में आरएसएस के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम पर भी चर्चा की गई.
गैर हिंदुओं के प्रति आरएसएस का उमड़ा प्रेम
बता दें कि संघ प्रमुख अलग-अलग सत्र में जिला, विभाग प्रचारक और क्षेत्र प्रचारकों के साथ बैठकें कर रहे हैं. इस दौरान संघ के कामकाज की समीक्षा की जा रही है और पदाधिकारियों से फीडबैक भी लिया जा रहा है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष 2025 तक अनुषांगिक संगठनों की मदद से समाज के विभिन्न वर्गों में पैठ बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रहा है. शनिवार को अवध प्रांत की प्रांत कार्यकारिणी में मुसलमानों, इसाइयों और सिखों को आरएसएस से जोड़ने पर मंथन किया गया.
गुरुद्वारा, चर्च और मस्जिदों में जाएंगे कार्यकर्ता
संघ का लक्ष्य आगामी लोकसभा चुनाव से पहले गैर हिंदुओं तक हर हाल में पहुंचने का है. जानकारों का कहना है कि मोहन भागवत समाज के विभिन्न वर्गों में आरएसएस की स्वीकार्यता को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पसमांदा मुसलमानों की बात कर चुके हैं. आरएसएस का राष्ट्रीय मुस्लिम मंच पहले से मुसलमानों के बीच काम कर रहा है. दलित समाज तक पहुंचने के लिए भी संघ ने अलग-अलग टोलियां बनाई हैं. इसलिए संघ कार्यकर्ता इसाइयों, मुसलमानों और सिखों से मुलाकात कर भरोसा जीतने की कोशिश करते हुए मैदान में नजर आएंगे. लोकसभा चुनाव से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत का यूपी प्रवास काफी अहम माना जा रहा है.