UP News: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के मार्गों में खाद्य पदार्थों की दुकानों पर 'नेम प्लेट' लगानी होगी. यह जानकारी बीते दिनों मुख्यमंत्री कार्यालय से दी गई है. इसे सत्ता पक्ष ने सराहनीय कदम बताया है तो विपक्ष निशाना साध रहा है. वहीं आरएसएस ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. इस पर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया आई है.
पूर्व मंत्री ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा, 'भा.ज.पा शासित कुछ राज्यों में कांवरियों को खुश करने की विना पर प्रत्येक दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने के आदेश का RSS द्वारा स्वागत करना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है जबकि यह निर्णय न केवल संविधान विरोधी है अपितु सांप्रदायिक सौहार्द को नफरत की आग में झोंकने तथा समाज व देश को बांटने वाला भी है.'
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क्या बोले बीजेपी नेता
जबकि मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि कांवड़ मार्ग पर जो लोग हरिद्वार और गोमुख से जल लेकर 250-300 किलोमीटर की यात्रा करते हुए आते हैं. इसके लिए हमने प्रशासन से आग्रह किया था, जो लोग हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर ढाबा, होटल चलाते हैं, उनमें ज्यादातर लोग मुस्लिम समुदाय से होते हैं. कांवड़िए उनकी दुकानों पर जाते हैं, खाते हैं और वो नॉनवेज बेचते हैं. कहने का मतलब है कि दुकान हिंदू देवी-देवता के नाम पर और वहां नॉनवेज बेचते हैं, उन पर प्रतिबंध लगना चाहिए और उनके नाम की पहचान होनी चाहिए. हमें किसी के नॉनवेज बेचने पर आपत्ति नहीं है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने पहले इस फैसले का विरोध किया था. लेकिन, अब वह बदल गए हैं. उनका कहना है कि पहले जिला प्रशासन ने सीमित एक दिशा-निर्देश दिया था, जिसमें कई प्रकार का कन्फ्यूजन था. अब राज्य सरकार ने उसे क्लियर किया है. कांवड़ यात्रियों की श्रद्धा, सुरक्षा और शुचिता के सम्मान की दृष्टि से किसी प्रकार का कम्युनल कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए. पहले लोकल लेवल से कन्फ्यूजन था.