Mukhtar Ansari News: गाजीपुर में माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी को शनिवार को उनके पैतृक निवास मोहम्मदाबाद के निकट काली बाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. कई राजनीतिक पार्टियां ने मुख्तार की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की. अखिलेश यादव से लेकर बसपा सुप्रीमो, कांग्रेस के नेता ने मुख्तार के मौत पर राज्य सरकार के प्रशासन व्यवस्था पर सवाल उठाए. वहीं ओपी राजभर ने तो ये भी कहा कि वो गरीबों के मसीही थे. मैं अपने बयान में कायम हू. मुख्तार के जनाजे में हजारों की संख्या में गाजीपुर पहुंचे थे.
आजमगढ़ के सपा विधायकों ने तो शुक्रवार रात को ही अफजाल अंसारी से मिलने गाजीपुर पहुंच गए थे. वहीं अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी रविवार को गाजीपुर पहुंचकर मुख्तार अंसारी के परिजनों से मुलाकात किया. सांसद अफजाल अंसारी और मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी से उन्होंने मुलाकात की. आपको बता दें कि गुरुवार रात 8 बजे के करीब बांदा अस्पताल द्वारा एक बुलेटिन जारी किया गया था. जिसमें मुख्तार अंसारी के मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट यानी दिल का दौरा पड़ना बताया है.
क्या बोले स्वामी प्रसाद मौर्य
मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी से मुलाकात पर प्रसाद मौर्य ने कहा,जिस तरह से सरकारी तंत्र ने सारी नैतिकता को ताक पर रखकर उनके(मुख्तार अंसारी) साथ घटिया काम किया, वो निंदनीय है जो काम न्यायपालिका को करना चाहिए, आज सरकारी तंत्र खुद सरकारी गुंडा तंत्र के बल पर कर रही है. हम अपराधी हैं या नहीं है, ये फैसला न्यायपालिका को करना होता है.लेकिन आज न्यायपालिका को भी दरकिनार कर से उत्तर प्रदेश की सरकार अराजकता के रास्ते पर आगे बढ़ा रही है.कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. जहर देकर उन्हें(मुख्तार अंसारी) मारने का जो आरोप था वो सच साबित हुआ.वो पूरी तरह से अस्वस्थ थे.सरकारी तंत्र के दबाव में उन्हें स्वस्थ बताकर जेल भेजा गया.
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