देहरादून: एक बार फिर से राजधानी देहरादून में डबल हेलमेट को लेकर आरटीओ देहरादून की सख्ती देखने को मिल रही है. सड़कों पर दोपहिया वाहनों को रोककर दो हेलमेट ना होने पर चालान काटे जा रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात ये है कि, यह पहला मौका नहीं है, जब दो हेलमेट को लेकर चालान की कार्रवाई की जा रही हो, लेकिन ऐसे कई अभियान एक समय के बाद सुस्त होते-होते बंद हो जाते हैं.


वर्ष 2021 में मई तक दून में 55 लोगों की मौत


देहरादून में सड़क दुर्घटनाओं में हुए इजाफे के बाद एक बार फिर से आरटीओ विभाग की नींद टूटी है. आंकड़े हैरान करने वाले हैं. जनवरी 2021 से मई माह तक 130 सड़क दुर्घटनाओं में 55 लोगों की मौत हुई है. इसी को देखते हुए अब देहरादून में एक बार फिर से डबल हेलमेट अनिवार्य कर दिया है और सख्ती के साथ लोगों के चालान भी किये जा रहे हैं. हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब डबल हेलमेट को लेकर आरटीओ द्वारा इस तरह के अभियान चलाये गये हों. लेकिन एक समय बाद सभी अभियान ठप पड़ जाते हैं.


शहरभर के मुख्य चौरोहों, मुख्य सड़कों पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. अभी तक 200 से अधिक चालानी कार्रवाई की जा चुकी है. वहीं एआरटीओ रश्मि पंत ने देहरादून के लोगों से अपील भी की है कि, सभी लोग अपनी सुरक्षा को देखते हुए दोपहिया वाहनों पर डबल हेलमेट पहनें. हालांकि, लोगों की ये नाराजगी भी है कि चालानी कार्रवाई से पहले डबल हेलमेट को लेकर विभाग को प्रचार-प्रसार करना चाहिए था क्योंकि काफी लोगों को इसकी जानकारी अभी भी नहीं है.


इन इलाकों में अक्सर होती हैं दुर्घटनाएं


देहरादून जिले में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पर अक्सर वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचनाएं मिलती हैं. वर्ष 2021 की सड़क दुर्घटनाओं पर गौर करें तो देहरादून जिले में ऋषिकेश, नेहरू कॉलोनी, डोईवाला, पटेलनगर, रायवाला और डालनवाला थाने अधिक संवेदनशील रहे, जहां दुर्घटनाएं अधिक घटित हुई. दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ओवर स्पीडिंग, रैश ड्राईविंग और गलत दिशा में वाहन चलाना रहा. अब एक बार फिर से आरटीओ द्धारा सड़क दुर्घटनाओं को लेकर अभियान शुरू किया गया है और लोगों को जागरूक करने के साथ ही उनका चालान भी किया जा रहा है.


ये भी पढ़ें.


अल्लाह की हिफाजत में हूं' कह कर वैक्सीन का विरोध करने वाले सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने लगवाई कोविशील्ड