UP News: अपने बयानबाजी के कारण सपा से बाहर की गई पूर्व महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम (Rubina Khanam) नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) प्रकरण पर ओवैसी बंधुओं (Owaisi Brothers) और अरब देशों (Arab Countries) पर भड़कती हुई नजर आईं. रुबीना ने कहा कि 100 करोड़ हिंदुओं के आराध्यों को अपशब्द कहा जाता है. उनका अपमान किया जाता है उनकी अश्लील तस्वीरें बनाई जाती हैं उस पर कोई नहीं बोलता ना कोई कार्यवाही होती है. अरब देशों पर उन्होंने कहा कि हिंदुस्तानी मुसलमानों को इस वक्त अपने देश का साथ देना चाहिए.
'नूपुर का निष्कासन सराहनीय कदम'
रुबीना ने एक वीडियो जारी कर कहा कि नूपुर शर्मा प्रकरण ने जिस तरह से हमारे पैगंबर मोहम्मद साहब के ऊपर अपमानजनक टिप्पणी की है. उनकी अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है उससे मैं बहुत आहत हूं और मुझे बहुत दुख हुआ है और मैं इसकी निंदा करती हूं क्योंकि किसी भी धर्म के आराध्यों का अपमान करना हमारे देश की संस्कृति नहीं है. बीजेपी ने जिस तरह से अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को इस घटना के बाद पार्टी से निष्कासित किया है यह भारत के भाई आपसी भाईचारे की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए सराहनीय कदम है.
'अकबरुद्दीन पर क्यों नहीं होती कार्रवाई?'
रुबीना ने कहा कि मुझे पीड़ा तब होती है जब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी भारत के 100 करोड़ हिंदुओं के आराध्य का अपमान करते हैं. उन्होंने कहा, 'उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं लेकिन वह बरी हो जाते हैं. उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती. लेकिन नूपुर शर्मा प्रकरण पर ओवैसी साहब जिस तरह से सवाल कर रहे हैं तो मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि ओवैसी साहब जब आपकी पार्टी के नेता और विधायक 100 करोड़ हिंदुओं की आस्था का अपमान करते हैं. उनकी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम करते हैं तो क्या अपने पार्टी के नेता अकबरउद्दीन ओवैसी पर कोई कार्यवाही की, क्या उन्हें पार्टी से निष्कासित किया?' शायद इसलिए कि वह आपके भाई हैं.' रुबानी ने कहा कि ओवैसी को इस मसले पर बोलने और सवाल पूछने का अधिकार नहीं है.
'एम एफ हुसैन पर क्यों नहीं बोलता अरब देश?'
सपा की पूर्व नेता ने कहा, 'अरब देश जिस तरह से हमारे देश पर उंगली उठाने का काम कर रहे हैं, मुझे उससे पीड़ा होती है, लेकिन जब म्यांमार में लाखों मुसलमानों के साथ नरसंहार होता है उनका देश निकाला होता है तब यह अरब देश खामोश रहते हैं. जब फिलिस्तीन में मुसलमानों के साथ अत्याचार होते हैं सभी मुसलमान देश खामोश रहते हैं.' जब एम एफ हुसैन जैसे चित्रकार ने 100 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं का अपमान कर उनकी देवी-देवताओं की अश्लील तस्वीर बनाई तब अरब देशों ने एक बार भी उनकी निंदा नहीं की ? यह हमारे इस्लाम के भी खिलाफ है और पैगंबर मोहम्मद साहब की तालीम के खिलाफ है.
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'पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर चुप क्यों है अरब?'
रुबीना ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर भी अरब देशों को आड़े हाथों लिया और कहा कि जब वह आतंकवादियों को पालता-पोसता है और उन्हें भारत भेजकर लाखों लोगों के खून की होली खेलता है तब भी अरब देश खामोश रहते हैं, उस वक्त भी अरब देश इस बात की निंदा नहीं करते. उन्होंने कहा, 'मुझे पीड़ा तब होती है जब पाकिस्तान में मस्जिदों पर आतंकवादी हमले कर बेकसूर नमाजियों को मार दिया जाता है. तब यह अरब देश बिल्कुल नहीं बोलते.'
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