UP News:  बीते कई दिनों से विश्व विख्यात केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में बर्फबारी नहीं हो रही है. बर्फबारी न होने के कारण केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य में तेजी आई है. दिसंबर का मध्य आ चुका है लेकिन अभी तक धाम की पहाड़ियों पर बर्फ नहीं गिरी है. बर्फबारी न होने से पुनर्निर्माण कार्य करने और वायु सेना के चिनूक हेलीकाप्टर से सामान पहुंचाने में मदद मिल रही है. निर्माम कार्य में 300 श्रमिकों को लगाया गया है. 


 वैसे देखा जाए तो इस वक्त तक केदारनाथ धाम बर्फ से ढंक जाता है. इन दिनों धाम में चारों ओर सिर्फ बर्फ ही बर्फ नजर आती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है. बीते अक्टूबर महीने में कपाट बंद होने के समय धाम में जमकर बर्फबारी हुई थी. तब से धाम में रुक-रुककर  बर्फबारी जारी है. हालांकि  मौसम खराब होने पर बर्फ गिर भी रही है तो वह जम नहीं रही है. ऐसे में धाम में द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य तेज गति से चल रहे हैं. धाम में इन दिनों केदारनाथ मास्टर प्लान के तहत द्वितीय चरण के कार्य चल रहे हैं. द्वितीय चरण के कार्यों में धाम में आस्था पथ, ईशानेश्वर महादेव मंदिर निर्माण, मंदाकिनी और सरस्वती नदी के तटों पर घाट निर्माण, अस्पताल निर्माण शामिल हैं. धाम में चल रहे काम के लिए वायु सेना के चिनूक हेलीकाप्टर से सामग्री पहुंचाई जा रही है. 


2023 की यात्रा से पहले हो रही यह तैयारी


2023 का यात्रा सीजन खुलने से पहले कई कामों को पूरा किया जाना है. ऐसे में इस बार मौसम भी मददगार साबित हो रहा है. रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि दिसंबर का महीना चल रहा है और मौसम अभी साथ दे रहा है. धाम में 300 से अधिक मजूदर काम कर रहे हैं. ऐसे में जल्दी से जल्दी कार्यों को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. भारी सामान को चिनूक हेलीकाप्टर से केदारनाथ पहुंचाया जा रहा है.


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