Uttarakhand News: राज्य के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. आर राजेश कुमार दो दिवसीय जनपद भ्रमण पर हैं. यहां उन्होंने जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग और माधवाश्रम अस्पताल कोटेश्वर का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. यहां उन्होंने भर्ती हुए मरीजों का हालचाल जाना. साथ ही मरीजों और तीमारदारों से अस्पताल में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं का फीडबैक भी लिया.
उचित प्रबंधन को लेकर निर्देश दिए
रविवार को जिला अस्तपाल पहुंचने के बाद स्वास्थ्य सचिव ने वहां तैनात डॉक्टर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ की जानकारी ली. उन्होंने अस्पताल परिसर में औषधि वितरण कक्ष, प्रसूति वार्ड, ऑपरेशन कक्ष, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे कक्ष, ड्रग हाउस, ओपीडी कक्ष, लेबर रूम के साथ ही अस्पताल की साफ-सफाई का भी जायजा लिया. इसके अलावा उन्होंने अभिलेखों का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने यहां भर्ती मरीजों से उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली. साथ ही अस्पताल में मिल रही सुविधाओं की जानकारी भी ली. निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में होने वाली विभिन्न जांचों की जानकारी लेते हुए कहा कि यहां होने वाली सभी जांचे भी मरीजों की सुविधा के अनुसार नियमित रूप से की जाएं.
उन्होंने नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत चंदन हेल्थ केयर में मरीजों की निःशुल्क जांच का उचित प्रबंधन करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही खुशियों की सवारी का सिस्टम दुरूस्त रखने को कहा. उन्होंने बताया कि प्रसूति के समय से एक वर्ष तक जच्चा-बच्चा खुशियों की सवारी को स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकता के अनुसार उपयोग में ला सकते हैं.
रिक्त पदों को भरने की बात की
इसके बाद स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा सचिव ने कोटेश्वर माधवाश्रम अस्पताल का भी निरीक्षण किया. उन्होंने यहां पर सर्जरी, ओटी और ऑर्थो ओटी का निरीक्षण करने के साथ ही मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया. साथ ही माधवाश्रम अस्पताल के ऊपरी भवन में तैयार हो रहे नवनिर्मित भवन के कार्य में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने को कहा. उन्होंने कहा कि माधवाश्रम अस्पताल को फिलहाल कोविड हॉस्पिटल के तौर पर संचालित किया जा रहा है. इसके अलावा 42 बेड का कार्डियक केयर यूनिट अगले तीन माह में तैयार करने के लिए संबंधित कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव और सतर्कता के लिए राज्य में कोविड की नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है.
उन्होंने जिला अस्पताल सहित अन्य जनपदों में रिक्त चल रहे गाइनोलॉजिस्ट की तैनाती को लेकर कहा कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा यू कोड वीक पे योजना लाई जा रही है. इसमें हर तरह के विशेषज्ञ डॉक्टर्स की मैरिट और क्वालिफिकेशन के आधार पर उन्हें कॉन्ट्रेक्ट बेस में पहाड़ में वरीयता के साथ ही अधिक आवश्यकता वाले जिलों में तैनात किया जाएगा. इसके अलावा 1560 नर्सों की वर्षभार तैनाती और 820 एएनएम की भर्ती भी जल्द की जाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पूरे देश में एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां आयुष्मान कार्ड के तहत सभी का मुफ्त इलाज किया जाता है. राज्य सरकार ने एपीएल और बीपीएल मानक को हटाते हुए सभी श्रेणियों को इसमें शामिल किया है. इसमें लगभग सभी तरह के रोगों के इलाज को शामिल किया गया है.
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