UP News: रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) जिले के तहसील जखोली में बीते दिन हुई अतिवृष्टि से करोड़ों का नुकसान हुआ है. जिला प्रशासन के निर्देश पर राजस्व विभाग (Revenue Department) सहित अन्य विभागों की टीम क्षति का आंकलन कर रही है. आपदा से ग्रामीणों के आवासीय भवनों, गौशाला और कृषि भूमि को भारी नुकसान हुआ है. साथ ही विद्युत, सड़क और पेयजल लाइनों को भी क्षति पहुंची है.
पीड़ितों को एक लाख का मुआवजा
बीते 24 अगस्त को जखोली तहसील के विभिन्न गांवों में अतिवृष्टि से खेत, खलिहान, आवासीय भवन, शौचालय, गौशालाओं के साथ ही पेयजल, बिजली और लिंक मार्गों को भारी नुकसान पहुंचा जिसके बाद डीएम मयूर दीक्षित ने क्षेत्र का दौरा कर प्रभावितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया. डीएम के निर्देश के बाद राजस्व विभाग की टीम की ओर से आपदाग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण कर घरों और फसलों को हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है, जिसमें गंभीर क्षतिग्रस्त आवासीय भवन स्वामियों को एक-एक लाख की धनराशि दी जा रही है.
सड़क मरम्मत में खर्च होंगे 25 लाख रुपये
डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि हिलांऊ गदेरे में बादल फटने से क्षति का आंकलन किया गया है, जिसमें राजस्व ग्राम घरड़ा, मखेत, कोटी, बैनोली, पाला कुराली, लुठियाग, त्यूंखर, लौंगा के 239 व्यक्ति प्रभावित हुए हैं और नौ हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हुई है. भारी वर्षा के कारण तिलवाड़ा-घनसाली-टिहरी, अमकोटी-त्यूंखर, कोटी-धान्यूं-घरड़ा, आश्रम-घरड़ा-मखेत, त्यूंखर-चिरबटिया मोटरमार्ग मार्ग को भी नुकसान पहुंचा है. मार्गों के मरम्मत कार्यों पर 25 लाख रुपये का व्यय होने का अनुमान है.
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आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जल संस्थान की एक दर्जन से अधिक पेयजल लाइन और पेयजल स्रोत क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिसमें 25 लाख से अधिक का व्यय होने का अनुमान है. बारिश के कारण 33 केवी लाइन के 16 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 6 लाख का व्यय होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के कारण जखोली ब्लाॅक के विभिन्न गांवों में करोड़ों का नुकसान हुआ है. पेयजल, बिजली, पैदल मार्ग, लिंक मार्ग, सिंचाई नहर, पुलिया के निर्माण को लेकर विभागों को स्टीमेट बनाने को कहा गया है. इन क्षेत्रों में जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करवा दिए जाएंगे.
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