Uttarakhand News: विश्वविख्यात केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की सुरक्षा का जिम्मा अब आईटीबीपी (ITBP) को सौंपा गया है. आईटीबीपी के जवान आधुनिक हथियारों के साथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात हो गए हैं. आईटीबीपी के 30 जवानों को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है. ये जवान अप्रैल तक धाम में ही रहेंगे. दरअसल, धाम में निर्माण का काम चल रहा है जिसके लिए करीब 400 मजदूर लगाए गए हैं. हाल ही में मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित कराया गया है. यही वजह है कि धाम में सुरक्षा चाक-चौबंद किया गया है.


बद्री-केदार मंदिर समिति मंदिर की सुरक्षा में कोई भी कमी नहीं रखना चाहती है और मंदिर समिति ने गृह मंत्रालय को सुरक्षा को लेकर आईटीबीपी के जवानों को तैनात करने की मांग की थी. मंदिर समिति की ओर से भेजी गई चिट्ठी का संज्ञान लेते हुए गृह मंत्रालय ने मंदिर की सुरक्षा को सर्वोपरि माना है. इसके साथ ही आईटीबीपी को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है. ये जवान पूरे शीतकाल में मंदिर के तीनों द्वार पर ड्यूटी के साथ ही केदारपुरी की रेकी भी करेंगे. आईटीबीपी ने अपना सिस्टम स्थापित कर दिया है. हथियारों से लैस जवान ड्यूटी पर मुस्तैद हैं. आईटीबीपी के साथ पुलिस के बीस जवान भी केदारनाथ धाम में तैनात हैं. 


समिति के अध्यक्ष ने सुरक्षा पर दी यह जिम्मेदारी


बद्री-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना है कि इस वर्ष केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित कराया गया है और बद्रीनाथ धाम का गृभ गृह पूर्व से ही स्वर्ण मंडित था. सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए कपाट बंद होने से पूर्व प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखा था. वर्तमान में बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत कार्य चल रहे हैं और वहां पर भारी संख्या में मजदूर रह रहे हैं और लगातार आवाजाही हो रही है. जिसके बाद यहां पर आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया है. पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी विमल रावत का कहना है कि केदारनाथ में 30 आईटीबीपी के जवान तैनात हैं. पुलिस बल इन जवानों के साथ मिलकर काम कर रहा है. केदारनाथ मंदिर की सुरक्षा अब आईटीबीपी के जवानों को सौंप दी गई है. ये जवान यहां अप्रैल महीने तक तैनात रहेंगे और केदारनाथ में स्थित हेलीपैड हमेशा एक्टिव मोड में रहेगा.


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