Rudraprayag: रुद्रप्रयाग में जंगलों की आग गांव के गौशाला तक पहुंचने से लोगों में दहशत, कड़ी मशक्कत के बाद बचाए गए मवेशी
पांच मवेशी बाल बाल बच गए. ग्रामीणों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. ग्रामीण परेशान हैं. जंगली जानवरों के गांवों में आने से डर का माहौल बन गया है
उत्तराखंड (Uttarakhand) में रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) के जखोली ब्लॉक के अरखुंड गांव में जंगलों की आग (Forest Fire) अचानक गौशाला में आने से दहशत फैल गई. हालांकि यहां बंधे पांच मवेशी बाल बाल बच गए. घटना के बाद ग्रामीणों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. बुधवार दोपहर को अरखुंड गांव में अचानक जंगलों की आग गांव की गौशाला तक पहुंच गई. ग्राम पंचायत अरखुंड के धीरेन्द्र सिंह नेगी और शुषमा देवी नेगी के गौशाला में अचानक आग लग गई.
ग्रामीणों में दहशत
आग ज्यादा फैलने से पहले ही मोहल्ले के लोग मौके पर पहुंच गए. करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. ग्रामीणों के अथक प्रयासों के बाद मवेशियों को गौशाला से बचाया गया. घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है. ग्रामीण धीरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि जंगलों की आग अब गांव तक पहुंचने लगी है, जिससे ग्रामीणों के साथ ही मवेशियों को भी खतरा पैदा हो गया है.
जंगली जानवरों का डर
नेगी ने कहा कि, वन विभाग आग को बुझाने में नाकाम दिख रहा है. ऐसे में प्रशासन को ठोस कदम उठाने की जरूरत है. जंगलों में लगी आग से जंगली जानवर भी गांवों की ओर रुख करने लगे हैं. एक ओर जंगलों में लगी आग से ग्रामीण परेशान हैं तो वहीं दूसरी ओर जंगली जानवरों के गांवों में आने से डर का माहौल बन गया है. उन्होंने जिला प्रशासन से जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है.
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