Kedarnath Dham: भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हो गई है. भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल आगमन पर विद्वान आचार्यों ने वेद ऋचाओं और भक्तों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया. अब से भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में विधिवत शुरू होगी.
मंगलवार (5 नवंबर) को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में पंचाग पूजन के तहत भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली और विश्वनाथ की विशेष पूजा अर्चना की गई. इसके बाद केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ के लिए रवाना हुई.
रास्ते में हुआ भव्य स्वागत
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर भक्तों ने पैदल मार्ग के अलग-अलग पड़ावों पर भव्य स्वागत किया गया. दोपहर को भगवान केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंची, तो भक्तों के जयकारों और ब्राह्मणों के वैदिक मंत्रोच्चारण से सम्पूर्ण भूभाग गुंजायमान हो उठा.
पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ने ओंकारेश्वर मंदिर की एक परिक्रमा की. इसके बाद रॉवल भीमाशंकर लिंग ने केदारनाथ धाम के प्रधान पुजारी शिवशंकर लिंग का 6 माह केदारनाथ में विधि-विधान से पूजा करने पर शुभ आशीष दिया.
'पीएम मोदी की पुननिर्माण कार्य पर नजर'
बद्री-केदार मंदिर समिति के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा इस बार ऐतिहासिक रही है. यात्रा मार्गों पर व्यापारियों को भरपूर रोजगार मिला है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन्मस्थली गुजरात है, लेकिन तपस्थली केदारनाथ है."
श्रीनिवास पोस्ती ने कहा, "केदारनाथ की यात्रा से लेकर धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर पीएम मोदी की नजर है." उन्होंने कहा कि इस वर्ष की यात्रा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही शासन-प्रशासन और बद्री-केदार मंदिर समिति तीर्थ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने में सफल रहा है.
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