Uttarakhand News: रुद्रप्रयाग जिले में पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए मचा बवाल अब शांत हो गया है. आज जिला पंचायत सभागार में अपर जिला जज कंवर अमनिन्दर सिंह की मौजूदगी में गोपनीय मतदान किया गया. इसमें 14 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. अविश्वास के विरोध में एक भी मत नहीं पड़ा और अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया गया.जिला पंचायत में आज हुई कार्रवाई का नोटिस जिला पंचायत रुद्रप्रयाग कार्यालय पर चस्पा कर दिया गया. जिला पंचायत सभागार में हुई गोपनीय कार्रवाई में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की गई. इसके बाद गोपनीय मतदान किया गया. 


अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में इतने वोट पड़े


इस मतदान में  18 सदस्यों की जिला पंचायत में 14 सदस्य शामिल हुए.  इस मतदान में 4 सदस्य अनुपस्थित रहे.  इसमें 14 सदस्यों ने ही मतदान किया, जबकि सभी 14 मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े. अविश्वास के विरोध में एक भी मत नहीं पड़ा. जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी, जिला पंचायत सदस्य नरेन्द्र बिष्ट एवं विनोद राणा ने कहा कि अविश्वास लाने का मुख्य मकसद था कि जिला पंचायत अध्यक्ष बिना सदस्यों को विश्वास में लिये कार्य कर रही थी. सोनप्रयाग स्थित पार्किंग में बिना किसी टेंडर के बिस्तर बिछाकर यात्रियों को सुलाने का कार्य दिया गया. इसके साथ ही फर्जी तरीके से जिला पंचायत में भर्तियां की जा रही थी और जिला पंचायत अध्यक्ष सरकारी वाहन का दुरूपयोग कर रही थी. उन्होंने आगे कहा कि जिला पंचायत में हुए गद्दी घोटाले से भी सदस्यों में आक्रोश बना हुआ था. फ्लोर टेस्ट में सभी 14 सदस्यों के अध्यक्ष के खिलाफ मत किये जाने पर उन्होंने खुशी जताई.




जिलाधिकारी ने ये बताया


वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष के विरोध में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया है. रिपोर्ट शासन को भेजी गई है, जिस पर देर रात्रि तक फैसला आ सकता है. जिला पंचायत सदस्यों के अविश्वास लाने के पीछे बहुत बड़ा चक्रव्यूह रचे जाने की बात भी सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि सदस्य लम्बे समय से जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ प्लानिंग कर रहे थे, जिसमें उन्हें एक ऐसा मौका चाहिए था कि अध्यक्ष किसी तरह कुर्सी से नीचे उतर जाए और फिर वे अपने इच्छानुसार अध्यक्ष चुन सकें.
जो उनकी भी सुन सके और उनके कार्यो को करे. केदारनाथ यात्रा में घोड़े-खच्चरों पर लगाई गई गद्दी को लेकर अवैध तरीके से वूसली करने और सोनप्रयाग स्थित पार्किंग में अवैध रूप से एक व्यक्ति को बिस्तर लगाने देने के मामले ने सदस्यों को एक सुनहरा मौका दे दिया और उन्होंने इस मौके को पूरी तरह से भुनाना शुरू किया. 




पंचायत उपाध्यक्ष को कुर्सी पर बैठाना चाहते थे


जब मीडिया में गद्दी के नाम पर जिला पंचायत द्वारा अवैध वसूली और सोनप्रयाग स्थित पार्किंग में अवैध रूप से बिस्तर लगाने को लेकर स्थानीय जनता ने आवाज उठाई तो सदस्यों ने मामले को हवा देने का काम किया. इस षड़यंच में भाजपा के सदस्यों ने भी विपक्षी खेमे का हर कदम पर साथ दिया. यहां एक और बात भी सामने आ रही है कि जिला पंचायत के 14 सदस्य अध्यक्ष के खिलाफ नाराज तो थे ही साथ ही वे जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी को कुछ समय के लिए कुर्सी पर बिठाना चाहते थे. क्यो कि जिला पंचायत चुनाव के दौरान सुमंत तिवाड़ी ने ही अध्यक्ष के पक्ष में पांच सदस्यों के साथ समर्थन दिया था और अब उन्हें कुछ समय के लिए कुर्सी मिलना तय है, जिससे सदस्यों में खुशी बनी हुई है.


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