Uttarakhand News: रेल परियोजनाओं से पीड़ित नरकोटा गांव की महिलाओं ने डीएम से की मुलाकात, दी ये चेतीवनी
Suffering from rail projects: बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के पास नरकोटा गांव के ग्रामीण रेल परियोजना निर्माण से परेशान हैं, पीड़ित महिलाओं ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान की मांग की.
Rudraprayag News: बद्रीनाथ हाइवे के पास रेल परियोजनाओं से प्रभावित नरकोटा गांव की महिलाओं का गुस्सा रेल विकास निगम के खिलाफ बढ़ता जा रहा है. पीड़ित महिलाओं ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान की मांग की है. वहीं मांग पूरी नहीं होने पर गांव की महिलाओं ने भूख हड़ताल करने की चेतावनी भी दी है. जिलाधिकारी ने आरबीएनएल (RBNL) को समस्याओं के जल्द निदान करने के सख्त निर्देश दिये.
ये है ग्रामीणों की परेशानी
बता दें कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के पास नरकोटा गांव के ग्रामीण रेल परियोजना निर्माण से परेशान हैं. टनलों के भीतर भयानक डायनामाइट विस्फोटों से आसपास के आवासीय मकानों को भारी क्षति पहुंची, जिससे परेशान होकर ग्रामीणों ने बाते दिन रेल परियोजना का कार्य रोककर आरबीएनएल के अधिकारियों को जमकर खरीखोटी सुनाई. जिसके बाद महिलाएं शनिवार को ग्राम प्रधान चंद्रमोहन के नेतृत्व में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से मिलीं. भारी संख्या में पहुंची महिलाओं ने डीएम को समस्याओं से अवगत कराया. उन्होंने कहा की उनके मकान विस्फोटों से क्षतिग्रस्त हो गये हैं और आरबीएनएल गलत रिपोर्ट बनाकर गुमराह कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि जब से रेल परियोजना में विस्फोट शुरू हुए, तब से उनके मकानों पर दरारें पड़नी शुरू हो गई थी. महिलाओं ने अगाह करते हुए कहा कि ग्रामीण जनता अन्याय किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी.
ग्रामीणों का जीना हुआ मुश्किल
उन्होंने कहा कि आरबीएनएल के अधिकारी मुकदमें की धमकी दे रहे हैं, इसलिए मुकदमा उनके खिलाफ भी होना चाहिए. रेल परियोजना का कार्य कर रही कंपनियों ने प्राकृतिक गदेरों को डंपिंग जोन बना दिया है, और गांव के सार्वजनिक रास्ते भी तोड़ दिए हैं. ग्राम पंचायत को प्रदूषण भत्ता नहीं दिया जा रहा है और ना ही ना चारापत्ती की समस्या को हल किया गया है. यहां तक कि धूल की वजह से ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है. ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि अगर शीघ्र ही कंपनी ने ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो वे भूख हड़ताल पर बैठने के लिए मजबूर हो जायेंगी.