Uttarakhand Heavy Rain: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) में बारिश आफत बनकर बरस रही है. बारिश (Rain) और भूस्खलन (Landslide) के कारण जनपद के भीतर 18 मोटरमार्ग बंद चल रहे हैं, जबकि 62 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं. मुसीबतें यही कम नहीं होती, इसकी वजह से 22 गांवों में विद्युत आपूर्ति भी ठप हो गई है जिसकी वजह से ग्रामीण जनता की दिक्कतें बढ़ गई हैं. कई गांवों का संपर्क इन दिनों जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से कटा हुआ है
बारिश से आफत, न पानी है, न बिजली
मानसून सीजन पहाड़ों में आफत बनकर बरसता है. इस सीजन में बारिश के बाद भूस्खलन होने से जहां जान का खतरा बना रहता है. वहीं मोटरमार्ग बंद होने से विद्युत एवं पेयजल सप्लाई भी ठप हो जाती है. रुद्रप्रयाग जनपद में भी इन दिनों बारिश और भूस्खलन के बाद से हालात बदतर बने हुए हैं. पीएमजीएवाई, लोक निर्माण विभाग के अधीन जनपद के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले 18 मोटरमार्ग पिछले कई दिनों से बंद पड़े हुये हैं. जबकि बारिश व भूस्खलन से 62 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त होने से कई गांवों में पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई है. इसके अलावा जनपद के 22 गांवों में दो दिनों से विद्युत आपूर्ति बाधित चल रही है.
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बारिश की वजह से राहत काम में मुश्किल
लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीणों की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों को खोलने के लिए मशीनें भेजी गई हैं, लेकिन बारिश की वजह से पहाड़ी से मलबा गिरने में लगा है. जिस कारण राहत काम करने में भी परेशानी हो रही है. कुछ जगहों पर मशीनें नहीं पहुंचने से ग्रामीण स्वयं ही मोटरमार्गों को खोलने में जुट रहे हैं.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले लिंक मार्ग जगह-जगह बंद पड़े हुए हैं. ऐसे में संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए लिंक मार्गो को खोलने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि डीडीआरएफ की टीमें भी इन क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है.
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