Rudraprayag News: वेतन बढ़ोतरी को लेकर सफाई कर्मियों की हड़ताल जारी, कूड़े के ढेर लगने से बीमारी का सता रहा डर
रुद्रप्रयाग में वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर सफाईकर्मी हड़ताल पर बैठ गए हैं. उनके हड़ताल को सात दिन हो गए हैं लेकिन वे बिना मांग पूरी किए अपने स्थान से हटने को तैयार नहीं हैं.
Uttarakhand News: रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) में वेतन बढ़ोत्तरी का लाभ न मिलने से मोहल्ला स्वच्छता समिति (Mohalla Swachhata Samiti) के कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite Strike) सातवें दिन भी जारी रही. हड़ताल के चलते शहर में डोर-टू-डोर कूड़े का कलेक्शन नहीं होने से स्थानीय जनता को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जबकि महामारी (Pandemic) की आशंका भी बनी हुई है. पालिका की ओर से हड़ताली कर्मियों को समझाने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन सफाई कर्मी मानने को तैयार नही हैं. उनका साफ कहना है कि वे सिर्फ सुबह के समय घरों से कूड़ा एकत्रित करेंगे. इसके अलावा वे कोई भी कार्य नहीं करेंगे.
2 जुलाई को शुरू हुई सफाईकर्मियों की हड़ताल
बता दें कि गत 2 जुलाई से नगर पालिका रुद्रप्रयाग के मोहल्ला स्वच्छता समिति कर्मियों ने पालिका कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी. शुक्रवार को सफाई कर्मचारियों ने वेतन बढ़ोत्तरी का लाभ न मिलने को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर धरने पर डटे रहे. इस अवसर पर सफाई कर्मी संगीता ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा एवं गत 13 अप्रैल के शासनादेश के अनुसार पर्यावरण मित्रों का मानदेय बढ़ाते हुए 500 सौ रूपए प्रतिदिन किया गया था, लेकिन नगर पालिका ने वेतन में बढ़ोत्तरी नहीं की है जिस कारण सफाई कर्मचारियों में रोष बना हुआ है. उनका कहना है कि वेतन न बढा़ए जाने से उन्हें बच्चों का पालन पोषण करने में दिक्कत हो रही है. मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार उन्हें 15 हजार रुपये महीने का दिया जाए.
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आत्मदाह की धमकी दे रहे हैं हड़ताली कर्मी
पालिका ने सफाई कर्मियों के सामने शर्त रखी है कि उन्हें 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से तभी दिया जाएगा, जब सफाई कर्मी कूड़ा छांटने के साथ ही 8 घंटे ड्यूटी करेंगे. साथ ही अपनी ड्यूटी के बदले दूसरे को रखे जाने पर पैसा काटा जाएगा. उन्होंने कहा कि जो कार्य मोहल्ला स्वच्छता समिति के कर्मियों को घरों से कूड़ा उठाने का सौंपा गया है, उसी के अनुसार वे कार्य करेंगे. इसके अलावा सफाई कर्मी किसी भी कीमत पर नगर पालिका की शर्तों को नहीं मानेंगे. उन्होंने कहा कि अगर नगर पालिका ने उनकी मांग को पूरा नहीं किया तो वे आत्मदाह के लिए मजबूर हो जाएंगे.
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