Rudraprayag: शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में विराजमान हुए तृतीय केदार बाबा तुंगनाथ, विशाल भंडारे का आयोजन
जगह-जगह ग्रामीणों ने पुष्प, अक्षत्रों से डोली का भव्य स्वागत किया और राकेश्वरी नदी पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ की डोली सहित विभिन्न देवी-देवताओं के निशाणो ने गंगा स्नान किया.
Uttarakhand News: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ (Baba Tungnath) की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हो गयी है. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के मक्कूमठ आगमन पर श्रद्धालुओं और ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिला. गुरूवार से भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा विधि-विधान से शुरू होगी. भगवान तुंगनाथ की डोली के मक्कूमठ आगमन पर भक्तों ने विशाल भंडारे का भी आयोजन किया.
ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत
बुधवार को ब्रह्म बेला पर भनकुंड में विद्वान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये संपंन कर भगवान तुंगनाथ सहित तैतीस देवी-देवताओं का आहवान किया. ठीक दस बजे प्रातः भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ के लिए रवाना हुई. जगह-जगह ग्रामीणों ने पुष्प, अक्षत्रों से डोली का भव्य स्वागत किया और राकेश्वरी नदी पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ की डोली सहित विभिन्न देवी-देवताओं के निशाणो ने गंगा स्नान किया.
भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ पहुंचने पर ग्रामीणों और भक्तों ने लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी. साथ ही अनेक प्रकार की पूजा सामाग्रियों से अघ्र्य लगाकर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में विराजमान होने पर मठापति राम प्रसाद मैठाणी ने दान की परम्पराओं का निर्वहन किया और विद्वान आचार्यों ने अनेक पूजायें संपंन कर आरती उतारी.
विशाल भंडारे का आयोजन
इसके बाद भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल के गर्भगृह में विराजमान हुई. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ आगमन पर मेरठ निवासी बीरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में 16 सदस्यों ने विशाल भंडारे का आयोजन किया, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने प्रतिभाग किया.
मन्दिर समिति कार्यधिकारी आरसी तिवारी ने बताया कि, अगले वर्ष से भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के मक्कूमठ से कैलाश रवाना होने और डोली के कैलाश से मक्कूमठ आगमन पर शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ मन्दिर को भव्य रूप से सजाने की कार्य योजना मन्दिर समिति द्वारा तैयार की जा रही है. वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि, मन्दिर समिति शीतकालीन गद्दीस्थलों के व्यापक प्रचार-प्रसार शुरू करने की तैयारी कर रही है, जिससे शीतकालीन यात्रा में वृद्धि हो सके.
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