(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पीलीभीत में शारदा कटान से ग्रामीण इलाकों का जिला मुख्यालय से टूटा संपर्क, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम जारी
पीलीभीत में शारदा कटान से 50 हजार की आबादी वाले ग्रामीण इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया. जिला प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम किया जा रहा है.
पीलीभीत में शारदा कटान से 50 हजार की आबादी वाले ग्रामीण इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया. जिला प्रशासन द्वारा कटान प्रभावित क्षेत्रों में राहत बचाव कार्य कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम किया जा रहा है. थाना हजारा क्षेत्र के नहरोसा, नलड़ेंगा, श्रीनगर सहित आधा दर्जन गांव में तेजी से कटान हो रहा है.
बरसात के शुरुआती दिनों में नेपाल और उत्तराखंड के बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से तराई के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिसको लेकर तराई की 50 हजार आबादी वाले क्षेत्र का शारदा नंदी के कटान करने की वजह से जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह टूट गया है. जिला प्रशासन द्वारा निचले इलाकों में बाढ़ खंड और सिचाईं विभाग की टीमें लगाकर लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाकर राहत बचाव कार्य किया जा रहा है.
लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने का काम जारी
पहाड़ों पर हुई बरसात के बाद शारदा नदी में तेज बहाव के बाद तराई के निचले इलाकों थाना हजारा क्षेत्र के ट्रांस शारदा क्षेत्र, नहरोसा, नलड़ेंगा सहित कई दर्जनों गांव में सैकड़ों एकड़ जमीन कटान कर रही है. कटान के चलते 50 हजार की आबादी वाले क्षेत्र का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि हर साल बाढ़ खंड और सिंचाई विभाग के जरिए करोड़ों की योजनाओं पर किया गया खर्च कटान रोकने में नाकाम साबित हो रहा है. वहीं, मामले पर जिलाधिकारी पुलकित खरे संबंधित विभाग के अधिकारियों को मौके भेजकर निचले इलाकों को खाली करवाकर सुरक्षित स्थान पर भेजने की बात कर रहे हैं.
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