उत्तराखंड के देहरादून निवासी ऋषभ कौशिक यूक्रेन में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. कुछ दिन पहले खबर आई थी कि वो अपने कुत्ते के साथ भारत लौटना चाहते हैं. लेकिन उन्हें कुत्ते के साथ विमान यात्रा की इजाजत नहीं मिली.ऐसी ही कुछ और खबरें आई थीं. लेकिन अब ऐसे भारतीयों के लिए एक राहतभरी खबर आई है. मत्स्य, पशु चिकित्सा और डेयरी मंत्रालय ने एक आदेश जारी किया है. इसके जरिए पालतू जानवरों को उनके मालिक के साथ वापस लाना आसान बनाया गया है.


सरकार ने जानवरों के साथ आने के लिए क्या-क्या शर्तें लगाई हैं


दरअसल यूक्रेन में फंसे कई भारतीय छात्रों ने इस वजह से भारत आने से इनकार कर दिया था, क्योंकि उन्हें अपने पालतू जानवरों के साथ उड़ान भरने की इजाजत नहीं मिल रही थी. 


मंत्रालय की ओर से जारी कार्यालयी आदेश में कहा गया है, '' युद्धग्रस्त यूक्रेन की अद्वितीय और असाधारण परिस्थितियों को देखते हुए, जिनमें पालतू जानवरों को भारत लाने की पूर्व निर्धारित औपचारिकताओं को पूरा नहीं किया जा सकता है, वहां से भारत सरकार की ओर से सुरक्षित निकाले गए भारतीयों को अपने पालतू कुत्तों या पालतू बिल्लियों को लाने की इजाजत दी जाती है. यह  केवल एकमुश्त छूट होगी.''


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अपने पालतू कुत्ते बिल्ली के साथ वापस आने के इच्छुक भारतीयों को कुछ शर्तों का पालन करना होगा. इसमें शामिल है, उन्हें यह लिखकर देना होगा कि वो अपने पालतू जानवर के साथ एक महीने या उससे अधिक समय से रह रहे हैं. इसके साथ ही उन्हें जानवरों के टीकाकरण का नया सर्टीफिकेट, पेट बुक या पेट पासपोर्ट जिसमें उनके टीकाकरण की जानकारी हो देना होगा. जिन जानवरों का अगले 15 दिन में टीकारण होना हो या जिनके टीकाररण में 15 दिन तक की देरी हो गई है, उन्हें भी साथ लाने की इजाजत होगी.वैक्सीनेशन कार्ड न होने की सूरत में पालतू जानवरों का एक महीने का क्ववारंटीन जरूरी होगा.


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