Russia Ukraine War: यूक्रेन में फंसे यूपी के 2501 लोगों ने मांगी मदद,अब तक 227 कि हुई घर वापसी
Russia Ukraine War: यूक्रेन में फंसे यूपी के जिन 2501 लोगों का डेटा अब तक तैयार हुआ है उनमें अधिकतर लखनऊ के हैं. अबतक लखनऊ के 151 लोग चिन्हित हुए हैं. इनमें से अब तक 22 लोगों की भारत वापसी हो चुकी है.
रूस (Russia) ने अपने पड़ोसी यूक्रेन (Ukraine) पर 24 फरवरी को हमला कर दिया था. रूस के इस हमले के बाद यूक्रेन में करीब 20 हजार लोग फंस गए. इनमें से अधिकांश वहां पढ़ रहे छाथ हैं. इनमें से 2 हजार 501 लोग उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के निवासी हैं. इनमे से 227 लोगों की अबतक वापसी हो चुकी है. यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के लोगों ने सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है.
उत्तर प्रदेश सरकार क्या कर रही है प्रयास?
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से यूक्रेन से वापस आए लोगों को घर तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था की जा रही है. जो लोग यूक्रेन में फंसे हैं, उनमें से कुछ ने केंद्र तो कुछ ने सीधे प्रदेश सरकार की तरफ से जारी नंबर्स पर संपर्क कर मदद मांगी है.राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि सभी की सकुशल वापसी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.राज्य स्तरीय को कंट्रोल रूम से जिन 2501 लोगों की जानकारी जुटाई गई है, उसे विदेश मंत्रालय से सांझा किया गया है, जिससे सबको सुरक्षित वापस लाया जा सके.
सबसे अधिक 151 लोग लखनऊ के
यूक्रेन में फंसे यूपी के जिन 2501 लोगों का डेटा अब तक तैयार हुआ है उनमें अधिकतर लखनऊ के हैं. अबतक लखनऊ के 151 लोग चिन्हित हुए हैं. इनमें से अब तक 22 लोगों की भारत वापसी हो चुकी है. इसके बाद गाजियाबाद के 142 में 4, बिजनौर के 108 में से 8 और मेरठ के 101 में से 6 लोगों को भारत वापस लाया जा चुका है.
बुधवार 2 मार्च को बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से आई 5 फ्लाइट्स से प्रदेश के कुल 73 लोगों को वापस लाया गया है. प्रदेश सरकार ने उनको उनके घर तक पहुंचाया गया है.
राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि यूक्रेन में फंसे लोगों की वापसी के लिए प्रदेश सरकार 24 घंटे, सातों दिन कंट्रोल रूम का संचालन कर रही है. टोल फ्री हेल्पलाइन नं0-(0522) 1070 या मोबाइल नं0- 9454441081 पर संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा ई-मेल आईडी rahat@nic.in पर भी संपर्क कर किया जा सकता है.
यूपी राज्य आपदा कंट्रोल रूम से यूक्रेन, पोलैंड, रोमानिया में स्थित भारतीय दूतावास के सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नजर रखी जा रही है, जिससे वहां से जारी किसी भी एडवाइजरी को तत्काल पीड़ित स्टूडेंट्स या अन्य व्यक्तियों तक पहुंचाया जा सके.