Russia-Ukraine War: यूक्रेन में फंसे औरैया के छात्रों ने परिजनों को सुनाई आपबीती, जानिए- कैसा है मंजर?
Russia-Ukraine War: यूक्रेन में अभी तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं. कई भारतीय छात्र भी इस वक्त यूक्रेन में फंसे हुए और परिजन सरकार ने उन्हें वापस लाने की मांग कर रहे हैं.
Russia-Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच हालात लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं. अब तक यूक्रेन में कई लोगों की मौत की खबरें सामने आ चुकी हैं. कई भारतीय लोग भी इस वक्त यूक्रेन में फंसे हुए हैं जो सरकार से भारत आने की गुजारिश कर रहे हैं. यूपी के औरैया (Aureya) जिले में रहने वाले कई छात्र-छात्राएं भी यूक्रेन में फंसे हुए है जो MBBS की पढ़ाई के लिए वहां हुए थे. बिधूना कस्बे और दिबियापुर के रहने वाले MBBS की पढ़ाई कर रहे दीपेंद्र और शिवानी भी यूक्रेन में है जो लगातार व्हाट्सएप के जरिए अपनी फैमिली से जुड़े हुए और उन्हें वहां के खौफनाक मंजर की दास्तां बता रहे हैं.
यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों ने की सरकार से मांग
बिधूना कस्बे की रहने वाली MBBS की छात्रा शिवानी लगातार अपनी मां संगीता से व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल करके अपने आप को ठीक बता कर वापस अपने देश आने की बात कह रही है, तो वहीं दिबियापुर कस्बे के रहने वाला दीपेंद्र सिंह यूक्रेन के इस वक्त के खौफनाक मंज़र को बयां कर रहा है और सरकार से अपने आप की भारत वापसी की मांग कर रहा है. यूक्रेन और रूस में हो रहे युद्ध में अब तक लगभग 50 से ज्यादा मौतें होने की खबरें सामने आ रही है. वहां फंसे भारतीय लोगों को सरकार वापस लाने की लगातार कोशिश कर ही है.
UP Election 2022: क्या यूपी चुनाव के बाद BJP के साथ आएगी BSP? मायावती ने दिया जवाब
यूक्रेन में फंसी MBBS की छात्रा शिवानी
बिधूना कस्बे की शिवानी की मां संगीता का कहना है कि शिवानी 1 सितम्बर से MBBS की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई हुई और वो चार सालों से यूक्रेन में रह रही है और डाक्टर की पढ़ाई कर रही है. उन्होंने बताया कि अपनी बेटी से बात करते हुए मैंने एक वीडियो भी बनाया हैं जिसमें शिवानी कह रही है कि कॉलेज में छुट्टी देने से मना कर दिया था. यही वजह रही कि हम वापस नहीं आ सके और अब फंस गए हैं. संगीता अपनी बेटी को घर वापस लाने के लिए सरकार से गुजारिश कर रही हैं.
चार साल पहले यूक्रेन गया था दीपेंद्र
इधर दिबियापुर कस्बे के रहने वाले दीपेंद्र चार सालों से यूक्रेन में MBBS की पढ़ाई कर रहा है. लेकिन आज हालत बिगड़े तो परिजनों को अब अपने बेटे का डर सता रहा है और दीपेंद्र के बुजुर्ग मां इस आस में है कि किसी भी तरह वो भारत वापस आ जाए. दीपेंद्र के पिता अरविंद सिंह कैनाल रोड गैल कंप्रेसर के पास दिबियापुर में रहते है. अरविंद का कहना है चार साल पहले ही दीपेंद्र एमबीबीएस की डिग्री करने गए यूक्रेन में गया था. जो भारत से अगस्त में वापस यूक्रेन गया है. हम अब यही चाहते हैं कि सरकार उसे किसी तरह से वापस अपने देश ले आए.